कानपुर (ब्यूरो)। कानपुर प्रयागराज हाईवे पर मंडे को भीषण सडक़ हो गया। तेज रफ्तार आर्टिगा कार हाईवे किनारे खड़े डीसीएम से टकरा गई। हादसे में मां-बेटे सहित तीन की मौत हो गई। जबकि दो लोग घायल हो गए। पुलिस ने आसपास के लोगों की मदद से कार में फंसे लोगों को कार की बॉडी काटकर बाहर निकाला। घायलों को कांशीराम अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने तीन लोगों को मृत घोषित कर दिया। वहीं बच्ची समेत दो लोगों को हैलट रेफर कर दिया। इनमें युवक की हालत नाजुक है। हादसे की वजह ड्राइवर को झपकी आना बताया जा रहा है।

दिल्ली में ट्रांसपोर्ट का कारोबार

फतेहपुर के खैरई गांव निवासी 50 साल के तौहीद कादरी दिल्ली में ट्रांसपोर्ट का कारोबार करते हैैं और वहीं पर परिवार सहित रहते हैं। संडे को ईदगाह निवासी अब्दुल रहमान के मामा मुदस्सिर का रिसेप्शन था, लिहाजा, तौहीद बेटे अब्दुल रहमान, 42 साल की पत्नी नूर बानो, साली 28 साल की रीना, उनकी 4 साल की बेटी अमायरा के साथ परेड के एक होटल में रिसेप्शन में शामिल होने आए थे। रिसेप्शन के बाद देर रात लगभग डेढ़ बजे पूरा परिवार सभी ईदगाह आए।

खागा जाने के लिए निकले थे

रात में ही परिवार का प्लान खागा स्थित पैतृक आवास जाने का बन गया, लिहाजा अब्दुल रहमान, उनके पिता तौहीद, मौसी 28 साल की रीना, उनकी 4 साल की बेटी अमायरा अर्टिगा कार से खागा जाने के लिए निकले थे। रहमान गाड़ी चला रहे थे। जबकि उनके पिता तौहीद उनके साथ आगे बैठे थे। पीछे की सीट पर रीना और नूर फातिमा थीं और सबसे पीछे की सीट पर चार साल की अमायरा बैठी थी। तभी पुरवामीर चौकी के पास कार हाईवे किनारे खड़े डीसीएम में पीछे से भिड़ गई। हादसे में कार चकनाचूर हो गई। वहीं, कार सवार बेटे अब्दुल रहमान, मां नूर फातिमा और मौसी रीना की मौत हो गई। जबकि तौहीद की हालत गंभीर है। अमायरा को मामूली चोट आई है।

हादसे में बच गई मासूम बच्ची

हादसे की तस्वीरें हादसे की भयावहता को बयां करती दिखाई दीं लेकिन 4 साल की अमायरा कार के टकराते ही पिछली सीट से गिर कर सीट के नीचे चली गई, कटर के काटकर जब लोगों को निकाला गया तो अमायरा को सिर्फ एक खरोंच लगी थी। पुलिस और आस पास के लोगों को देख अमायरा बदहवास हो गई और दहशत में रोने लगी। वहीं इस हादसे में जान गंवाने वाला अब्दुल रहमान घर का अकेला चिराग था। मां और मौसी के साथ उसकी भी हादसे में जान चली गई।

खुशियों वाले घर में मातम

जहां 24 घंटे पहले ही रिसेप्शन का कार्यक्रम हुआ था, खुशियां मनाई जा रही थीं। ठीक 24 घंटे बाद उसी घर में तीन शवों के आने से कोहराम मच गया। एक दूसरे को सांत्वना देते हुए लोग उस पल को कोस रहे थे जिस पल कार से पूरा परिवार खागा जाने के लिए निकला था। लोगों को आंसू नहीं रुक रहे थे। महाराजपुर थाना प्रभारी सुरेंद्र भाटी ने बताया कि हादसे में तीन लोगो की मौत हुई है, जबकि एक घायल को जिला अस्पताल इलाज के लिए भिजवाया गया है। हादसे की वजह ड्राइवर को नींद आना प्रतीत हो रहा है। वहीं एडीसीपी ईस्ट लाखन सिंह ने बताया कि इस मामले में मृतक के परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।