सीएसजेएम यूनिवर्सिटी में भी पीएचडी एडमिशन की तैयारियां आधी-अधूरी हैं। सुपरवाइजर्स के अलावा यहां सीटें भी काफी कम हैं। यही नहीं, एडमिशन लेने के लिए आवश्यक एलिजिबिलिटी काड्र्स भी अभी तक इश्यू नहीं होने से स्टूडेंट्स में असमंजस की स्थिति है।

32 हजार से ज्यादा

एक जून को कंडक्ट हुए पीएचडी सीईटी में 32 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स ने एग्जाम पास किया था। एग्जाम में अपीयर सभी स्टूडेंट्स का रिजल्ट (पास और फेल) डॉ। राम मनोहर लोहिया अवध यूनिवर्सिटी फैजाबाद की वेबसाइट पर अपलोड भी किया जा चुका है। इसमें स्टूडेंट्स को जल्द ही ‘एलिजिबिलिटी कार्ड’ इश्यू किए जाने संबंधी जानकारी दी गई है। हालांकि, काफी समय बीत जाने के बाद भी अब तक किसी भी स्टूडेंट्स को एलिजिबिलिटी कार्ड इश्यू नहीं किया जा सका है।

अंधेरे में स्टूडेंट्स

एडमिशन प्रक्रिया को लेकर स्टूडेंट्स अब तक अंधेरे में हैं। इस संबंध में वेबसाइट पर कोई भी कोई इनफॉर्मेशन अपलोड नहीं है, ना ही स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटीज की ओर से कोई कॉल-अप लेटर ही इश्यू किए गए हैं। फिजिकल एजूकेशन से सीईटी क्वालीफाई करने वाले स्टूडेंट अंकुर ने बताया कि रिजल्ट डिक्लेयर होने के बाद यूनिवर्सिटी की ओर से कोई कॉरस्पांडेंस नहीं हुआ है। ऐसे में एडमिशन को लेकर स्टूडेंट्स को स्थितियां क्लियर नहीं हो पा रही हैं।

36 सब्जेक्ट्स में

अवध यूनिवर्सिटी के तत्वावधान में ऑर्गनाइज सीईटी में यूपी की 20 यूनिवर्सिटीज शामिल हैं। करीब पांच सालों से पीएचडी पर बैन लगने की वजह से हजारों की तादाद में स्टूडेंट्स एडमिशन का इंतजार कर रहे थे। इन सभी क्वालीफायर्स को अलग-अलग 36 सब्जेक्ट्स में पीएचडी करनी है। मगर, समस्या इस बात की है कि यहां पर सीटों के साथ ही सुपरवाइजर्स की भारी कमी है। यूनिवर्सिटी को सीट्स और सुपरवाइजर्स दोनों की ही इनफॉर्मेशन अवध यूनिवर्सिटी भेजी जानी है। मगर, अब तक यह प्रक्रिया भी पूरी नहीं हो पाई है। यही नहीं आरडीसी की मीटिंग भी अब तक नहीं हुई है, ना ही मीटिंग के लिए कोई शिड्यूल ही तैयार किया गया है।

यूनिवर्सिटी रजिस्ट्रार सैयद वकार हुसैन का कहना है कि सीइटी में पास स्टूडेंट्स को जैसे ही एलिजिबिलिटी काड्र्स मिलेंगे, एडमिशन की आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।