कानपुर(ब्यूरो)। डॉ। अंबेडकर इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी फॉर हैंडीकैप्ड में अब आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) से बीटेक की पढ़ाई होगी। आल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजूकेशन (एआईसीटीई) ने 60 सीटों को मंजूरी दे दी है। अब केवल एकेटीयू के अप्रूवल का इंतजार है। न्यू सेशन से दोनों ब्रांचों में एडमिशन लिया जाएगा। इन दो ब्रांचों के बढऩे के बाद एआईटीएच एआई और एमएल के स्पेशलिस्ट तैयार करेगा। इन दोनों ब्रांचों से बीटेक कराने वाला एआईटीएच सिटी का पहला गवर्नमेंट कॉलेज होगा। यह दोनों ब्रांचे सीएस के अंतर्गत चलेंगी।

इलेक्ट्रानिक्स ब्रांच को एनबीए से मिला एक्रिडिटेशन
एआईटीएच की इलेक्ट्रानिक्स ब्रांच को नेशनल बोर्ड आफ एक्रिडिटेशन (एनबीए) से एक्रिडिटेशन मिल गया है। एनबीए से एक्रिडिटेशन मिलने बाद यहां के स्टूडेंट्स को विदेशी कंपनियों में प्लेसमेंट में प्राथमिकता मिलेगी। इसके अलावा फंड जुटाने में एनबीए हेल्प करता है। एनबीए से मान्यता मिलने के बाद माना जाता है कि इस ब्रांच की लैब, रिसर्च और फैकल्टी सब कुछ फिट है। इस बात का प्रतीक है कि यहां से क्वालिटी एजूकेशन मिल रही है।

पांच ब्रांचों में बीटेक कराता है एआईटीएच
एआईटीएच में पांच ब्रांचों में बीटेक कोर्स कराया जाता है। यहां पर कंप्यूटर साइंस (सीएस), इंफार्मेशन टेक्नोलाजी (आईटी), इलेक्ट्रॉनिक्स, केमिकल और बायोटेक ब्रांच में बीटेक कराया जाता है। सीएस में 120 व अन्य ब्रांचों में 60-60 सीटें है। इसके अलावा दिव्यांग स्टूडेंट्स के लिए आर्किटेक्चर असिस्टेंटशिप, सीएस और माडर्न आफिस मैनेजमेंट ब्रांच चलती है।

ऐसे मिलेगा एआईटीएच
एआईटीएच के बीटेक कोर्स में एडमिशन के लिए आपको जेईई मेंस के एग्जाम को पास करना होगा। चूंकि एआईटीएच को एकेटीयू लखनऊ से मान्यता प्राप्त है। इसलिए जेईई मेंस को पास करने के बाद आपको एकेटीयू के काउंसिलिंग प्रोसेस में शामिल होकर एआईटीएच को सिलेक्ट करके एडमिशन लेना होगा। डिप्लोमा कोर्सेज में एडमिशन के लिए जेईईसीयूपी के एंट्रेंस एग्जाम और काउंसिलिंग से गुजरना होगा। डिप्लोमा इंजीनियरिंग की फीस निशुल्क है।

स्टूडेंट को कराएंगे स्टार्टअप
एआईटीएच की न्यू प्लानिंग के अनुसार यहां से बीटेक करने वाले स्टूडेंट्स को स्टार्टअप के लिए चुना जाएगा। इंस्टीट्यूट के स्टार्टअप सेल की ओर से स्टार्टअप के इच्छुक स्टूडेंट्स को आफिस, इंफ्रास्ट्रक्चर समेत कई सुविधाएं दी जाएंगी। इसके अलावा संस्थान में बने अटल बिहारी वाजपेई रिसर्च सेंटर (एबीवीआरसी) में रिसर्च और प्रोटोटाइप डेवलप करने समेत कई फैसिलिटी मिलेंगी।

एआईसीटीई से एआई और एमएल में ब्रांच चलाने की परमिशन मिल गई है। इसके अलावा हमारी इलेक्ट्रानिक्स ब्रांच को एनबीए ने एक्रिडिटेशन दे दिया है। स्टूडेंट्स को रिसर्च और स्टार्टअप भी कराए जा रहे हैं।
प्रो। रचना अस्थाना, डायरेक्टर, एआईटीएच