कानपुर(ब्यूरो)। त्योहार की छुट्टियां खत्म होते ही दूसरे शहर से घर आए लोगों की काम पर वापसी शुरू हो गई है। लेकिन, वापसी के लिए उन्हें काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। क्योंकि दिल्ली-हावड़ा रूट की डाउन ट्रेनें यानी कानपुर से दिल्ली की तरफ आने ट्रेनों में एक-एक सीट के लिए मारामारी हो रही है। हर ट्रेन में लंबी वेटिंग चल रही है। तत्काल टिकट के विंडो में लगने वाली लाइन कई गुना लंबी हो गई है। वहीं वीआईपी कोटे की टिकट पाने के लिए लोग जुगाड़ भिड़ा रहे हैं। ये हालात सिर्फ दिल्ली रूट की ट्रेनों के नहीं बल्कि मुम्बई, सूरत, अहमदाबाद समेत अन्य रूट की ट्रेनों में भी हैं।

इन दिनों में लंबी वेटिंग
- रिवर्स शताब्दी
- स्वर्ण शताब्दी
- श्रमशक्ति एक्सप्रेस
- गोमती एक्सप्रेस
- कालका एक्सप्रेस
- वंदेभारत एक्सप्रेस
- महानंदा एक्सप्रेस
- पटना-दिल्ली एक्सप्रेस
- गोरखपुर-एलटीटी
- प्रतापगढ़-एलटीटी
- गोरखपुर-पनवेल
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- 3 सप्ताह से अधिक की वेटिंग चल रही है
- 2 गुना डिमांड हो गई तत्काल टिकटों की
- 3 गुना डिमांड जनरल टिकटों की बढ़ गई
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30 अगस्त तक ऐसे ही हालात
दिल्ली-हावड़ा रूट की डाउन ट्रेनें यानी कानपुर से दिल्ली, मुम्बई व सूरत की तरफ आने वाली लगभग सभी ट्रेनों में 30 अगस्त तक ऑनलाइन वेटिंग टिकट शो कर रहा है। ऐसे हालतों में पैसेंजर्स के पास सिर्फ तत्काल कोटे की टिकट का ही ऑप्शन रह जाता है। उसमें भी घंटों लाइन लगाने के बाद पैसेंजर्स को कंफर्म टिकट नहीं मिल रही है। लिहाजा इमरजेंसी के दौरान पैसेंजर्स को जनरल टिकट पर ही सफर करना पड़ रहा है।
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- 22 अगस्त को श्रमशक्ति में स्लीपर में 91, सेकेंड एसी में 10
- 22 अगस्त को गोमती एक्सप्रेस में 13 वेटिंग
- 22 अगस्त को महानंदा एक्सप्रेस में स्लीपर में 45, थर्ड व सेकेंड एसी में 12
- 22 अगस्त को विक्रमशिला में स्लीपर में 100, थर्ड व सेकेंड में 40 वेटिंग
- 22 अगस्त को राजेंद्र नगर राजधानी में सेकेंड व थर्ड एसी में 12 वेटिंग
- 22 अगस्त को सम्पूर्ण क्रांति में स्लीपर में 242, थर्ड व सेकेंड एसी में 48 वेटिंग


त्योहार में ट्रेनों में पैसेंजर्स का लोड बढ़ जाता है। त्योहार के पहले अप तो त्योहार के बाद डाउन रूट की ट्रेनों में भीड़ बढ़ जाती है। इसीलिए कंफर्म टिकट को लेकर काफी मारामारी रहती है। जिन ट्रेनों में अधिक वेंटिंग चल रही है। उसमें एक्स्ट्रा कोच लगाने की तैयारी चल रही है।
अमित सिंह, पीआरओ, प्रयागराज