कानपुर (ब्यूरो)। सीनियर सिटीजन केवल हमारे आप के बीच ही नहीं बल्कि कानपुर प्राणि उद्यान में भी है। चौंकिए मत यह सीनियर सिटीजन इंसान नहीं बल्कि एनिमल्स हैं। जिन्होंने अपनी औसतन उम्र क्रॉस कर ली है और अच्छी देख भाल के चलते सीनियर सिटीजन एनिमल होने के बाद भी दर्शकों के मनोरंजन के लिए आकर्षण का केंद्र बनें हुए है। कानपुर जू में हिप्पो, जेब्रा, टाइगर, शेर, तेंदुआ और हिमालयन भालू समेत करीब एक दर्जन ऐसे एनिमल्स हंै। जिन्होंने &ऐज बोनस&य से खुद को सीनियर सिटीजन की लिस्ट में शामिल कर लिया है। ये &ऐज बोनस&य उन्हें अच्छे खान से मिला है।

उम्र बढऩे पर खतरा
कानपुर प्राणि उद्यान के वेटनरी डॉक्टर अनुराग सिंह का कहना है कि हर एनिमल्स में उम्र बढऩे पर कई तरह के रोग व शरीर कमजोर हो जाता है। जैसे शेर व टाइगर की उम्र बढऩे पर उन्हें दांत कमजोर हो जाते है। कई एनिमल्स में लिवर, किडनी व अन्य रोग से पीडि़त हो जाते है। इसके बाद उनका शरीर कमजोर हो जाता है और अपनी औसतन उम्र को क्रास करते करते उनकी मौत हो जाती है।

अच्छी देख भाल से
डा। अनुराग के अनुसार कानपुर प्राणि उद्यान में एनिमल्स के देख भाल के चलते ही कई एनिमल्स अपनी औसतन उम्र क्रास होने के बाद भी आज भी स्वास्थ्य है और पिजड़े (अपने घर) में न रहकर दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए है। उनके देख भाल के लिए कई तरह की प्लानिंग की तैयारी करनी पड़ती है। दोनों सीजन गर्मी व ठंड में उनके खाने पीने व रहने पर फोकस किया जाता है।

डाइट शूप व मल्टीविटामिन
उम्र दराज एनिमल्स को हेल्थी रखने के लिए उनके रख रखाव का विशेष ख्याल रखा जाता है। ठंड में उनके बाड़े में हीटर, कंबल, तिरपाल के अलावा उनकी डाइट पर फोकस किया जाता है। नॉनवेज एनिमल्स की उम्र बढऩे पर उन्हें नॉनवेज शूप दिया जाता है जबकि वेजिटेरियन एनिमल्स के लिए वेजिटेबल शूप के अलावा कई तरह की मल्टी विटामिन और कैल्शियम भी दिया जाता है। उनकी विशेष तौर पर निगरानी के साथ-साथ रूटीन चेकअप भी किया जाता है।