कानपुर (ब्यूरो) कैटिल कैचिंग दस्ते के प्रभारी ले। कर्नल आलोक नारायण ने बताया कि विधानसभा में सडक़ों पर घूम रहे अवारा जानवरों को लेकर शिकायत की गई थी। शिकायत का निस्तारण करने के लिए बादशाहीनाका में अभियान चलाया गया। लेकिन, स्थानीय नेता ने विरोध शुरू कर दिया। लोगों ने घंटाघर से परेड रोड का पूरी तरह बंद कर दिया। सडक़ जामकर लोगों ने प्रदर्शन किया। नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी की।

नगर निगम की गाड़ी पकड़ ली
क्षेत्रीय लोगों ने सडक़ों पर उतरकर घंटाघर चौराहा से परेड रोड को पूरी तरह ब्लॉक कर दिया। विरोध के बीच नगर निगम का प्रवर्तन दस्ता वहीं फंस गया। पुलिस ने प्रवर्तन कर्मचारियों को बादशाहीनाका थाने में बैठाया। लेकिन लोगों ने प्रवर्तन दस्ते की बस को पकड़ लिया।

पुलिस ने जारी की चेतावनी
भारी विरोध को देखते हुए एसीपी कलक्टरगंज तेज बहादुर सिंह सर्किल फोर्स के साथ पहुंचे। प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज की चेतावनी दी, जिसके बाद लोग पीछे हटे। फिलहाल रास्ता खोल दिया गया है। लेकिन माहौल अभी तनावपूर्ण बना हुआ है। हंगामे की वजह से करीब 1 घंटे से जाम की स्थिति बनी रही।

बंधी गाय खोलने पर लोगों ने किया हंगामा
क्षेत्रीय लोगों को आरोप है कि दस्ते ने बंधी हुई गाय खोलकर जब्त कर रही थी। इसका विरोध करने पर दस्ते के साथ मौजूद पुलिस ने स्थानीय लोगों को पीट दिया। इसके बाद लोगों ने विरोध शुरू किया। वहीं, भाजपा की जिला मंत्री ऋ चा सक्सेना ने आरोप लगाया कि प्रवर्तन के अधिकारियों और पशु चिकित्साधिकारी डॉ। आरके निरंजन ने उन्हें पीटा। ऋ चा ने कहा कि अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जाए।