- तीन महीने के दौरान लगभग दो दर्जन ऑडियो हुए वायरल

- सर्विलांस सेल नहीं ढूढ़ पाई ऑडियो वायरल करने वालों को

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KANPUR : देश को हिला देने वाला बिकरू कांड 2 जुलाई की रात हुआ था। जिसमें हुई फायरिंग में आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। दिल दहला देने वाले इस कांड का भले ही पुलिस ने पटाक्षेप कर दिया हो। पुलिस की फाइलों में चार्जशीट भी लग गई, लेकिन इस कांड के बाद शहीद सीओ देवेंद्र मिश्र के गुम हुए मोबाइल से तीन महीने में दो दर्जन से ज्यादा ऑडियो वायरल हुई हैं। ये वायरल ऑडियो खाकी और खादी के गठजोड़ की काली कहानी बयान कर रहे हैं। वायरल ऑडियो ने न सिर्फ पुलिस विभाग के अनुशासन की पोल खोल दी है। वहीं पुलिस के कुछ दलालों की कहानी भी खुलकर सामने आ गई है।

पुलिसिंग सेटिंग गेटिंग से

इन वायरल ऑडियो से ये भी सामने आ गया है कि कानपुर में पुलिसिंग सेटिंग गेटिंग और तथाकथित आशीर्वाद से हो रही थी। तत्कालीन एसएसपी की कार्यशैली पर भी इन वायरल ऑडियो ने सवालिया निशान लगा दिया है। खास बात ये है कि इन ऑडियो में प्रदेश के पुलिस मुखिया से लेकर तत्कालीन चौबेपुर एसओ का जिक्र किया गया है। एक बात और साफ हुई है कि तत्कालीन चौबेपुर एसओ की पकड़ तत्कालीन एसएसपी से इतनी मजबूत थी कि वे सीनियर ऑफिसर्स की भी नहीं सुनते था।

नहीं मिले वायरल करने वाले

लगातार ऑडियो वायरल होने से पुलिस विभाग की काफी किरकिरी हो रही है। ये ऑडियो कानपुर ही नहीं पूरे प्रदेश की पुलिस को बदनाम करने के लिए काफी है। ऑडियो वायरल होने के बाद जिले में बिकरू कांड के बाद तैनात हुए अधिकारियों ने इस मामले को गंभीरता से लिया। इतना ही नहीं ऑडियो वायरल करने वालों की जानकारी करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए टीम बनाई गई। डीआईजी डॉ। प्रीतिंदर सिंह ने मोबाइल तलाशने की जिम्मेदारी दी। ये भी जिम्मेदारी दी गई कि उस व्यक्ति की तलाश भी करें। जो व्यक्ति ऑडियो वायरल कर रहा है। हालांकि सर्विलांस सेल के लिए ये कोई मुश्किल काम नहीं है। शहीद सीओ की सीडीआर निकालने और उससे आईईएमआई नंबर आसानी से मिल सकता है। जिससे फोन की लास्ट लोकेशन की जानकारी होगी। साथ ही ये भी जानकारी होगी कि फोन कौन कर रहा है? इसके बाद उस व्यक्ति तक पहुंचने में समय नहीं लगेगा । इसके बाद भी सर्विलांस सेल कुछ नहीं कर पा रहा है।

एक और ऑडियो हुआ वायरल

इसी कड़ी में आज एक और ऑडियो वायरल हुआ है। जिसमें शहीद सीओ देवेंद्र मिश्र किसी से फोन पर बात कर रहे हैं। जिसमें शहीद सीओ अपनी वही पुराना दुखड़ा रो रहे हैं। जो पहले वायरल हुए ऑडियो में सामने आए थे। हां इस ऑडियो में एक नया नाम आईपीएस अधिकारी देव कुमार एंटनी का जुड़ गया है। इस ऑडियो में देव कुमार एंटनी के विषय में शहीद सीओ अपशब्दों का इस्तेमाल भी कर रहे हैं। कानपुर देहात के कप्तान को अच्छा बताते हुए शहीद सीओ कह रहे हैं कि कानपुर देहात के कप्तान सीओ की रिपोर्ट को संज्ञान में लेते हुए तुरंत लाइन हाजिर की कार्रवाई करते हैं। लेकिन शहर में कप्तान सीधे थानेदार से बात करते है। ये भी बताया गया कि अगर कप्तान ही सीओ की इज्जत नहीं करेगा तो थानेदार क्या इज्जत करेंगे.शहीद सीओ जिससे बात कर रहे हैं उसे भइया-भइया कह रहे हैं। शहीद सीओ से बात करने वाला उनकी डीजी साहब से मदद करने की बात भी कर रहा है। शहीद सीओ किसी महिला के ट्रांसफर की बात भी कर रहे हैं। जिस पर बात करने वाला उन्हें आश्वासन देता है। बात करने वाला अपने किसी विरोधी के खिलाफ दो-तीन केस दर्ज कर गुंडा एक्ट करने के लिए भी कर रहा है।

'' ऑडियो वायरल करने वालों की तलाश की जा रही है। सर्विलांस समेत तीन टीमें लगाई गई हैं। जो शहीद सीओ की कॉल डिटेल फिल्टर कर रही हैं। जल्द ही ऑडियो वायरल करने वाले पुलिस की गिरफ्त में होंगे.''

डॉ। प्रीतिंदर सिंह, डीआईजी