कानपुर (ब्यूरो) किसी तरह से आपको ई रिक्शा या ऑटो में बिठाने के बाद ये शातिर अन्य सवारी बैठाने के नाम पर आपको चौराहे के चारों तरफ घुमाएंगे। इसके बाद जिस रास्ते पर पर सन्नाटा होगा और पुलिस नहीं होगी, ये उसी रास्ते पर आपको ले जाएंगे। इस रास्ते पर कहां सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है, इसकी जानकारी इन शातिरों को खूब होती है। सेफ प्लेस देखकर ये वारदात को अंजाम देते हैैं।

आगरा से लौटे थे
वाई ब्लॉक किदवई नगर निवासी वेद प्रकाश दीक्षित का बेटा प्रेमव्रत एचडीएफसी बैंक में मैनेजर है। प्रेम के बड़े भाई आगरा में रहते हैं। प्रेम आगरा में भाई से मिलकर मंगलवार रात रोडवेज बस से झकरकटी आए और यहां से एक ऑटो में बाईपास जाने के लिए बैठ गए। बैंक मैनेजर के अनुसार ऑटो में दो युवक पहले से ही सवारी बन कर बैठे थे। ऑटो जैसे ही किदवई नगर के आगे बढ़े, वैसे ही सुबह करीब 4:15 बजे सवारी बन कर पीछे बैठे बदमाशों ने लूटपाट शुरू कर दी। विरोध करने पर बुरी तरह मारा-पीटा। मोबाइल, पांच हजार रुपए, एटीएम समेत अन्य कीमती सामान लूट लिया।

ऑटो से फेंकने पर हुए घायल
लूटपाट के बाद बदमाशों ने ऑटो चालक की मदद से बाईपास नौबस्ता में चलते ऑटो से फेंक दिया, जिससे मैनेजर बुरी तरह घायल हो गया। इस बीच बैंक मैनेजर मदद के लिए नौबस्ता थाने की विराट नगर चौकी गया जहां कोई भी पुलिसकर्मी नहीं था। इसके बाद घायल अवस्था में घर पहुंचे और अपने साथ हुई घटना की जानकारी परिजनों को दी। जानकारी के बाद परिजनों ने ऑनलाइन रिपोर्ट दर्ज कराई है।

मामले में केस दर्ज करने के बाद पुलिस लुटेरों की तलाश कर रही है। टाटमिल और नौबस्ता पुलिस को मामले में सक्रिय किया गया है।
प्रमोद कुमार, डीसीपी साउथ