कानपुर (ब्यूरो) दरअसल सनसनी फैलाने वाली ये वारदात बिठूर के टिकरा की है। यहां मारपीट होने के बाद बीजेपी नेता के भाइयों ने दो आरोपियों को पकड़कर पुलिस को सौंप भी दिया था लेकिन पुलिस ने खानापूरी कर बोलेरो सवारों को थाने से ही छोड़ दिया। जब देर रात मौत की जानकारी मिली तो पुलिस को हाथ पांव फूल गए। आनन फानन में पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। उधर सुबह होते ही परिजनों ने शव रखकर जाम लगा दिया। अधिकारियों ने थानेदार के पेंच कसे तो दो आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।

अनुसूचित मोर्चा के जिला मंत्री
बिठूर के मकसूदाबाद निवासी टिंकू पासवान बीजेपी अनुसूचित मोर्चा बिठूर के जिला मंत्री हैं। उन्होंने बताया कि 7 दिसंबर को वे भाई संजू, रवि, अभिषेक समेत परिवार के अन्य लोगों के साथ बिठूर टिकरा गांव के शुक्ला पैलेस में एक शादी समारोह में गए थे। डीजे पर डांस को लेकर कुछ विवाद हो गया था, जिसे परिवार के लोगों ने समझा बुझा कर शांत कर दिया था। परिवार के सभी लोग शादी समारोह से लौटने के लिए गेस्ट हाउस के बाहर खड़े थे।

लोहे की राड से वार
टिंकू के मुताबिक, दूल्हे पक्ष से तातियागंज चौबेपुर निवासी राजू पासवान और विनोद पासवान ने 10 से अधिक लोगों के साथ लाठी-डंडों से हमला कर दिया। लोहे की रॉड और लाठी-डंडों से इतनी बेरहमी से पीटा कि संजू, रवि समेत 4 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। रवि और संजू के सिर पर लोहे की रॉड से हमला करने के चलते दोनों का आईसीयू में इलाज चल रहा था। शनिवार भोर में इलाज के दौरान रवि ने दम तोड़ दिया। जबकि संजू की हालत गंभीर बनी हुई है। उनका एक निजी अस्पताल के आईसीयू में इलाज चल रहा है।

पुलिस के प्रति आक्रोश
मारपीट से गंभीर रूप से घायल रवि की मौत की खबर सुनते ही परिवार और गांव के सैकड़ों लोग एकजुट हो गए। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर बिठूर थाने पहुंचे। पोस्टमार्टम हाउस में हंगामा करने के साथ ही सड़क जाम करने का प्रयास किया। पीडि़त परिवार का कहना था कि बिठूर पुलिस ने जानलेवा हमले के बाद भी मामूली धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की थी। इसके चलते किसी आरोपी की अरेस्टिंग नहीं हो सकी। अब मौत के बाद पुलिस ने आनन-फानन हत्या की एफआईआर दर्ज करके दो आरोपियों को अरेस्ट किया है।

पोस्टमार्टम हाउस से घर तक
मामला बीजेपी नेता से जुड़ा होने और पुलिस की लापरवाही सामने आने पर पुलिस अधिकारियों ने थानेदार को जमकर फटकार लगाई। इसके बाद पुलिस अभिरक्षा में शव का पोस्टमार्टम कराया गया। इसके बाद पुलिस की मौजूदगी में ही शव का अंतिम संस्कार किया गया।