-वैक्सीनेशन का रिएलिटी चेक, कहीं फालो हुआ कोविड प्रोटोकाल तो कहीं उड़ रहीं धज्जियां

- एक ही जगह पर वैक्सीनेशन और टेस्टिंग से वैक्सीन लगवाने से पहले ही संक्रमण का खतरा

KANPUR: सिटी में कोरोना वायरस संक्रमण की बढ़ती रफ्तार के बीच इससे बचाने वाली वैक्सीन को लगाने का काम भी तेज हो गया है। यही वजह रही कि संडे को भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से वैक्सीनेशन कराया गया। जिले में 21 जगहों पर कोविड वैक्सीनेशन हुआ। वैक्सीनेशन में कोआर्डिनेशन की कमी की शिकायतें काफी समय से मिल रही हैं। समय पर वैक्सीन का नहीं पहुंचने से लेकर किन सेंटरों में वैक्सीनेशन हो रहा है। इसे लेकर आम पब्लिक के पास स्पष्ट सूचनाएं नहीं पहुंच रही हैं। वहीं संडे को जब दैनिक जागरण आईनेक्स्ट रिपोर्टर ने शहर में इन वैक्सीनेशन सेंटरों का रिएलिटी चेक किया तो जो तस्वीर दिखी उससे यह साफ हो गया कि वैक्सीनेशन तो ठीक है, लेकिन उसके साथ मिल रहे संक्रमण के खतरे को हेल्थ डिपार्टमेंट को जल्द से जल्द दूर करना पड़ेगा, नहीं तो वैक्सीन लगवाने से पहले तमाम लोग संक्रमण का शिकार हो सकते हैं। कैसा है इन सेंटर्सं पर वैक्सीनेशन का हाल, पढि़ए यह ि1रपोर्ट

नेहरू नगर अबर्न पीएचसी-

टाइम- दोपहर 12.30 बजे।

बाहर टेस्टिंग अंदर वैक्सीनेशन

नेहरू नगर अर्बन पीएचसी में संडे को 130 लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए एक सेशन था। हालांकि सेंटर में उस वक्त वैक्सीन लगवाने वालों की काफी भीड़ थी। अर्बन पीएचसी में दाखिल होते ही सड़क पर कोरोना वायरस की टेस्टिंग में यूज किया जाने वाले किट, गल्व्स इसके अलावा यूज्ड सीरिंज खुले में पड़ी मिली। सेंटर के बाहर जिस खुले कमरे में टेस्टिंग होती है। उसकी दीवार टूटी थी जिसमें देशी शराब की कई खाली बोतलें पड़ी मिली। इसके ठीक बगल में जवाहर नगर केस्को सबस्टेशन का बिलिंग काउंटर भी था। बाहर काफी लोग अपनी जांच कराने के लिए खड़े मिले। उन्हीं के पास से वैक्सीन लगवाने वाले अंदर जा रहे थे। वैक्सीनेशन सेंटर में जगह कम और वैक्सीनेशन कराने वालों की ज्यादा भीड़ से हालात बेहद खराब दिखे।

प्रोटोकॉल उड़ रहा धुएं में

नेहरू नगर अर्बन पीएचसी में वैक्सीनेशन के लिए आई सुनीता ने बताया कि भीड़ ज्यादा होने की वजह से वह एक बार तो लौट गई, लेकिन वैक्सीन लगवानी थी तो थोड़ी देर बाद फिर आना पड़ा। तब भी वही हाल था। अंदर न खड़े होने की जगह न बैठने की। जिनके वैक्सीन लग चुकी वह भी उसी जगह बैठे थे। जिन्हें वैक्सीन लगवानी थी वह भी उसी जगह बैठे थे। सोशल डिस्टेसिंग का पालन यहां नहीं हो पा रहा था। साथ ही काफी लोग बिना मास्क लगाए बैठे मिले।

ग्वालटोली अर्बन पीएचसी-

टाइम- दोपहर 12.50 बजे

खुले में जांच की जा रही

ग्वालटोली अर्बन पीएचसी टेक्सटाइल इंस्टीटयूट के पीछे बने मलेरिया विभाग के आफिस में ही चलती है। यहीं पर वैक्सीन का स्टोरेज प्वाइंट भी है.सेंटर की सुपरीटेंडेंट डॉ। हनी मल्होत्रा ने जानकारी दी कि यहां सुबह 9 बजे से वैक्सीनेशन शुरू हो गया था। ऑनस्पॉट रजिस्ट्रेशन के लिए अलग से सिस्टम पर ऑपरेटर तैनात था। यहां वैक्सीनेशन का एक सेशन था जिसमें 130 लोगों को कोविशील्ड वैक्सीन लगाई जानी थी। दोपहर 12.50 बजे तक यहां 58 लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी थी। काफी लोग वैक्सीन लगवाने के इंतजार में बैठे थे। साथ ही कुछ वैक्सीन लगवाने के बाद ऑब्जर्वेशन एरिया में बैठे मिले। हालांकि इस सेंटर पर भी कोरोना संक्रमितों की पहचान के लिए टेस्टिंग हो रही थी। इसके लिए अर्बन पीएचसी के पीछे मलेरिया विभाग की बिल्डिंग में खुले में जांच की जा रही थी।

नवाबगंज अबर्न पीएचसी-

टाइम- 11.55 बजे

सेंटर पर आराम से वैक्सीनेशन

नवाबगंज थाने के पास बनी अर्बन पीएचसी में वैक्सीन लगवाने वालों की भीड़ नहीं थी। अंदर जाने पर चार- पांच लोग वैक्सीन लगने का इंतजार करते मिले। इस सेंटर पर भी वैक्सीन के स्टोरेज की कैपेसिटी है। ऐसे में यहां वैक्सीनेशन सुबह 9.30 बजे शुरू हो गया था। वैक्सीन लगवाने का इंतजार कर रहे विकास कुमार ने जानकारी दी कि उन्होंने यहां आकर ही वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन कराया। जिसमें कोई समस्या नहीं हुई। इस सेंटर के इंचार्ज डॉ। अखिल ने जानकारी दी कि यहां वैक्सीनेशन का एक सेशन होना था। दोपहर 12 बजे तक यहां 49 लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी थी। इस सेंटर पर वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी थी। संडे होने की वजह से काफी लोगों को यहां वैक्सीन लगने की जानकारी भी नहीं थी।

पब्लिक वर्जन-

पता ही नहीं चला कब वैक्सीन लग गई। वैक्सीन लगवाने के लिए ज्यादा इंतजार भी नहीं करना पड़ा।

-रेनू मिश्रा

सेंटर पर आकर ही वैक्सीनेशन कराया। कोई समस्या नहीं हुई। वैक्सीन लगाने वाला स्टाफ काफी सपोर्टिग था।

-किरन मेहरोत्रा

सेंटर के पीछे ही कोविड टेस्टिंग भी चल रही है। टेस्टिंग सेंटर को दूर बनाना चाहिए। हां वैक्सीन लगवाने में प्रॉब्लम नहीं हुई।

- प्रभा मेहरा

ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में थोड़ी समस्या थी। संडे को भी यहां वैक्सीन लगने के बारे में पता चला तो आ गए। तुरंत ही रजिस्ट्रेशन हो गया और वैक्सीन लग गई।

-पूनम दुबे