- शहर में शातिर बंटी-बबली गैंग एक्टिव, सफाई के नाम पर उड़ा रहे जेवर और कीमती सामान

-पानी मांगने के बहाने अकेली महिलाओं को करते हैं टारगेट, फिर बातों में फंसाकर करते वारदात

- बीते दिनों शहर में कई वारदातों को दिया अंजाम, नशीले स्प्रे व केमिकल से कर देते हैं बेहोश

kanpur : अगर आप घर पर अकेली रहती हैं या बाकी मेंबर्स के चले जाने के बाद घर में अकेली रह जाती हैं तो यह खबर आपके लिए ही है। इस दौरान अगर कोई महिला लाचार और मासूम बन कर आपके दरवाजे पर आती है और पानी मांगती है। फिर धीरे से आपके पहने हुए जेवरों को गंदा बताकर उन्हें चमकाने की बात करती है तो अलर्ट हो जाइए। क्योंकि ये महिला बंटी-बबली गैंग की सदस्य है। जो पलक झपकते ही आपके कीमती जेवरात पार कर देंगे। इस दौरान केमिकल के धुएं या नशीले स्प्रे से आपको बेहोश भी कर देंगे। जिससे घर का दूसरा सामान भी बटोर कर रफूचक्कर हो जाते हैं। शहर में बीते दिनों इस तरह की कई वारदातें सामने आ चुकी हैं। सैटरडे को भी गैंग ने एक वारदात को अंजाम दिया।

24 दिन में तीन वारदातें

बंटी बबली गैंग चकेरी इलाके में एक्टिव है जो लगातार वारदातों को अंजाम दे रहा है। पहली वारदात में चकेरी में नशीला स्प्रे सुंघाकर शातिरों ने एकटीचर के घर और एक मोबाइल शॉप से हजारों का माल पार कर दिया। दूसरी घटना भी इसी इलाके में हुई। जहां घर में रहने वाली महिला के जागने पर बंटी और बबली अपनी स्कूटी छोड़कर भाग गए। तीसरी वारदात श्याम नगर इलाके में हुई, जहां शातिरों ने रिटायर्ड एयरफोर्स कर्मी के साथ वारदात को अंजाम दिया। चौथी वारदात तीन दिन पहले गोविंद नगर में हुई, जहां कपड़ा कारोबारी की मां को बेहोश कर बंटी और बबली ढाई लाख के जेवर और 70 हजार रुपये नगद ले गए।

बैंककर्मी की मां को बनाया निशाना

साकेत नगर निवासी रोहित निजी बैंक में कैशियर हैं। सैटरडे सुबह रोहित और उनकी पत्नी प्रीती मार्निग वॉक पर गए थे। घर में किसी के न होने की फायदा उठाते हुए बंटी-बबली ने रोहित की मां उर्मिला देवी को झांसे में लेकर जेवर साफ कराने के लिए राजी कर लिया। जब तक रोहित और उनकी पत्नी वापस आते बंटी-बबली लाखों के जेवर लेकर फरार हो गए।

सीसीटीवी में कैद, एक ही गिरोह

जब इन सभी वारदातों के सीसीटीवी फुटेज देखे गए तो एक ही जोड़ा दिखाई दिया। लगातार हो रही वारदातों को देख शातिरों की तलाश में क्राइम ब्रांच को लगाया गया है। अब तक की जांच में सामने आया है कि वारदात को अंजाम देने के बाद गिरोह के सदस्य कानपुर में नहीं रुकते हैं। साथ ही ये ज्यादातर वारदातों को उन स्थानों पर अंजाम देते हैं, जहां से दूसरे जिले की कनेक्टिविटी आसान होती है। जिले में जाने के बाद सबसे पहले ये किसी दो पहिया वाहन को चोरी करते हैं। उसके बाद इसकी नंबर प्लेट बदलकर शिकार की तलाश करते हैं। सफर के लिए शातिर रोडवेज बसों का इस्तेमाल कर रहे हैं। ये गिरोह दिल्ली से ऑपरेट हो रहा है।

यदि आप घर पर अकेली रहती हैं तो बरतें सावधानी

- किसी भी अंजान व्यक्ति को घर में न घुसने दें।

- कोई जेवर सफाई का झांसा दें तो अलर्ट हो जाएं

-ऐसे शख्स से दूरी बनाकर ही बात करें

-करीब आने पर स्पे्र डालकर बेहोश कर सकते हैं

- ऐसी स्थिति में आसपास वालों को भी बुला लें

-मामले की सूचना तुरंत पुलिस को दें

- शातिर केमिकल डालने के लिए बर्तन मांगे तो न दें।