कानपुर (ब्यूरो) 24 नवंबर को तेंदुआ आईआईटी के बाद एनएसआई में ठीक इसी जगह पर सीसीटीवी में रिकॉर्ड हुआ था। इसके बाद वन विभाग ने एक-दो दिन सक्रियता बढ़ाते हुए पिंजरा लगाया था। 48 घंटे बाद ही वन विभाग की टीम ने सुस्ती दिखाते हुए जंगल में खोजबीन पूरी तरह बंद कर दी थी।

वन विभाग के सारे दावे हुए फेल
देश के बड़े शिक्षण संस्थान आईआईटी और एनएसआई में तेंदुआ 3 नवंबर से दशहत का पर्याय बना हुआ है। वन विभाग की टीम एक बार भी तेंदुए को पकड़ नहीं सकी है। तेंदुए के सामने आगरा एसओएस टीम भी खाली हाथ लौट गई। वन विभाग की सभी स्ट्रेटजी तेंदुए की चालाकी के आगे फेल साबित हो रही हैं।

ऑर्डिनेंस फैक्ट्री तक पहुंचा तेंदुआ
तेंदुआ ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के जंगलों में भी देखा गया था। 15 से 20 नवंबर तक तेंदुआ ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के जंगलों में रहा, इसके बाद अचानक गायब हो गया। 12 दिन पहले फिर तेंदुआ देखा गया था। फिर अचानक गायब हो गया। अब बुधवार को आज फिर तेंदुआ देखा गया है।

अब एनएसआई में बिछाएगा जाएगा जाल
डीएफओ श्रद्धा यादव ने बताया कि एनएसआई में तेंदुआ देखे जाने की जानकारी मिली है। तेंदुए को पकडऩे के लिए अब एनएसआई में ही जाल बिछाया जाएगा। तेंदुआ का आना-जाना गल्र्स हॉस्टल के पास स्थित रोड से ही है। ऐसे में वहां पकडऩे की योजना तैयार की जाएगी। कैंपस में अलर्ट जारी कर दिया गया है।