- रैपिड रिस्पांस टीमों को कौवे, कबूतरों के मरने की मिली सूचनाएं

- पोल्ट्री फार्मो में भी रैंडम सैंपलिंग, नहीं हुई पक्षियों की कलिंग

KANPUR: बर्ड फ्लू के खतरे के बीच इसके प्रसार को रोकने के लिए बनाई गई रैपिड रिस्पांस टीमों को मंडे को क्क् जगहों पर पक्षियों के मरने की सूचनाएं मिली। इन सभी जगहों पर टीमों ने जाकर पक्षियों के शवों को डिस्पोज कराया। साथ ही कई जगहों पर मरने के कारणों की जांच के लिए मृत पक्षियों से सैंपल भी लिए गए। कानपुर में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ। एपी मिश्र ने जानकारी दी कि जू से क्0 किमी की रेडियस में चिकन की बिक्री प्रतिबंधित है। ऐसे में किसी जगह मुर्गे, मुर्गियों की कलिंग करने की जरूरत नहीं पड़ी। पोल्ट्री फामर्ेा पर मुर्गियों की रैंडम जांच भी शुरू कर दी गई है। पहले दिन अलग अलग पोल्ट्री फार्मो से 8क् सैंपल लिए गए हैं। जिन्हें जांच के लिए बरेली स्थित आईवीआरआई लैब में भेजा जाएगा।

भ् मृत पक्षियों के सैंपल लिए

सीवीओ डॉ.एपी मिश्र ने जानकारी दी कि कंट्रोल रूम से मंडे को क्क् जगहों पर कौवे, कबूतरों के मरने की सूचना मिली थी। जहां पर टीमें भेजी गई थी। रतन आर्बिट, आजाद कुटिया, बर्रा, लाटूश रोड और रामबाग चौराहे के पास मृत मिले पक्षियों के कुल भ् सैंपल लिए गए हैं। सभी जगहों पर गाइडलाइन के मुताबिक डिस्पोज कराने की कार्रवाई कराई गई है।