कानपुर (ब्यूरो) सीएम योगी आदित्यनाथ ने समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि जीका वायरस के केसेस बढऩे से पैनिक होने की जरूरत नहीं है। लोगों को जागरुक करें। और पूरी क्षमता से फागिंग व सैंपलिंग का काम कराएं। जिनमें लक्षण मिलते हैं या फिर जो जांच में संक्रमित मिलते हैं। उन्हें आइसोलेट कराएं। साथ ही वह मच्छरदानी में रहें इसके लिए निगरानी करें। सीएम ने फागिंग पर खासा जोर देने के लिए कहा। मच्च्छरों के साथ लार्वा को नष्ट करने के लिए जो भी उपाय हों वह सभी करने के लिए कहा।

मेडिकल कॉलेज में जांच शुरू
सीएम के सामने समीक्षा बैठक में सीएम विशाख जी अय्यर ने जीका वायरस संक्रमितों के इलाज, सैंपलिंग व जांच को लेकर प्रोग्रेस रिपोर्ट रखी। साथ ही बताया कि जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में जीका वायरस की जांच शुरू हो गई है.फागिंग कराई जा रही है। इसके साथ ही लोगों को जागरुक किया जा रहा है.नगर निगम की ओर से विशेष सफाई अभियान पर जोर दिया जा रहा है। वहीं मीटिंग के बाद मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल प्रो। संजय काला ने बताया कि 100 किट मिले हैं। जिसके बाद जीका वायरस की जांच शुरू कर दी है। वेडनसडे को 10 सैंपलों की जांच हुई। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई।

फागिंग न होने की शिकायत
सीएम योगी आदित्यनाथ की जीका वायरस को लेकर हुई समीक्षा बैठक में विधायक अभिजीत ङ्क्षसह सांगा ने कहा कि नगर निगम की तरह ही ग्रामीण क्षेत्रों के साथ नगर पालिका व नगर पंचायत क्षेत्र में भी फाङ्क्षगग की व्यवस्था हो। विधायक उपेंद्र पासवान ने घाटमपुर में फाङ्क्षगग का कार्य न होने की शिकायत की। वहीं मुख्यमंत्री ने पूरे जिले में फाङ्क्षगग पर जोर दिया।