कानपुर(ब्यूरो)। कोरोना काल में 19 माह बाद एक बार फिर से रेल पैसेंजर ट्रेनों में पके हुए स्वादिष्ट भोजन का स्वाद अगले सप्ताह से ले सकेंगे। फिलहाल रेलवे ने अभी यह सुविधा राजधानी, शताब्दी, दुरंतों जैसी वीआईपी ट्रेनों में शुरू करने की प्लानिंग बनाई है। ट्रेन में जर्नी के दौरान पका हुआ स्वादिष्ट भोजन का लुफ्त उठाने के लिए पैसेंजर को ऑनलाइन टिकट बुकिंग के दौरान लंच व डिनर के ऑप्शन का चयन कर पे करना होगा। इसके अलावा काउंटर टिकट बुकिंग करने वाले पैसेंजर को फार्म में लंच व डिनर की सुविधा में टिकट करना होगा।
तैयार खाना सर्व किया जाएगा

निर्धारित स्टेशनों पर

आईआरसीटीसी अधिकारियों के मुताबिक कोरोना काल में लगभग 19 माह के बाद कैटरिंग सर्विस को बहाल करने की तैयारी की जा रही है। ट्रेनों में लगने वाले पेंट्रीकार कोच में खाना तैयार करने की अनुमति नहीं दी गई है। भोजन सर्व करने वाले ठेकेदार को बेस किचन में कोविड की गाइड लाइन को ध्यान में रखते हुए भोजन तैयार व पैकिंग करना होगा। इसके बाद ऑडर के मुताबिक खाना निर्धारित स्टेशनों पर ट्रेनों में चढ़ाया जाएगा।

रेडी टू ईट भोजन सर्व किया जा रहा
कोरोना काल में पैसेंजर्स की सुविधा को देखते हुए रेलवे बोर्ड के आदेशानुसार ट्रेनों में जर्नी के दौरान पैसेंजर्स को अभी तक सिर्फ रेडी टू ईट भोजन सर्व किया जा रहा था। इसके लिए पैसेंजर को ट्रेन में ही वेंडर को पैसा पे कर मैन्यू के आधार पर रेडी टू ईट भोजन आर्डर कर पेट की भूख मिटानी पड़ती थी। पैसेंजर्स को पका हुआ भोजन खाने के लिए बड़े स्टेशन का इंतजार करना पड़ता था। जहां फूड प्लाजा हैं। कई बार पैसेंजर्स को घंटों भूखा रहकर सफर करना पड़ता था।

वीआईपी ट्रेनों में चढ़ता भोजन
आईआरसीटीसी अधिकारियों के मुताबिक कोरोना के पहले कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर कानपुर शताब्दी, लखनऊ शताब्दी, वंदेभारत एक्सप्रेस, डिब्रूगढ़ राजधानी, सियालदाह राजधानी, हावड़ा राजधानी समेत कई प्रीमियम ट्रेनों में विभिन्न बेस किचन से भोजन चढ़ाया जाता था। अधिकारियों के मुताबिक कानपुर, दिल्ली-हावड़ा रूट का प्रमुख स्टेशनों होने की वजह से कई वीआईपी ट्रेनों में कानपुर से ही भोजन चढ़ाया जाता है। कोरोना केसेस कम होने के बाद एक बार फिर से इन ट्रेनों के पैसेंजर्स को जर्नी के दौरान खान पान की सुविधा मुहैया हो सकेगा।

दिल्ली की ट्रेनों में

आईआरसीटीसी अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली सेक्सन में रेलवे बोर्ड के आदेशानुसार सैटरडे से वीआईपी ट्रेनों में कैटरिंग सर्विस शुरू कर दी जाएगी। दिल्ली से हावड़ा की तरफ आने वाली वीआईपी ट्रेनों में जर्नी करने वाले पैसेंजर्स सैटरडे से जर्नी के दौरान पके हुए भोजन का लुफ्त उठा सकेंगे। इसके अलावा एनसीआर रीजन में दो से तीन दिनों में यह सुविधा शुरू करने की संभावना जताई जा रही है।

आंकड़े
- 300 से अधिक ट्रेनों का आवागमन
- 2 लाख पैसेंजर्स का डेली आवागमन
- 20 से अधिक वीआईपी ट्रेनों का डेली आवागमन
- 30 से अधिक वीआईपी समेत प्रीमियम ट्रेनों में कानुपर से भोजन चढ़ता


जल्द ही ट्रेनों में भोजन सर्व करने की सुविधा दोबारा शुरू करने की प्लानिंग चल रही है। इसकी तैयारी कर ली गई हैं। एनसीआर रीजन की डेट अभी निर्धारित नहीं हैं। वीआईपी ट्रेनों में बेस किचन में तैयार किया गया खाना पैसेंजर को सर्व किया जाएगा। पेंट्रीकार में भोजन तैयार करने की अनुमति अभी नहीं दी गई हैं।

अजीत सिन्हा, सीआरएम, आईआरसीटीसी