-एचबीटीयू के दसरे दीक्षांत समारोह में पहुंचीं गवर्नर आनंदीबेन पटेल, शुभम सिंह को मिला कुलाधिपति मेडल

KANPUR: एचबीटीयू के दूसरे दीक्षांत समारोह में फ्राइडे को गवर्नर आनंदीबेन पटेल बतौर अध्यक्ष शामिल हुई। उन्होंने स्टूडेंट्स को घर और परिवार के साथ सामाजिक सरोकार से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। लखनऊ के एकेटीयू से शुरुआत होने की बात कही। जहां टीबी, कुपोषण, एचआईवी, पौधरोपण, गंगा किनारे सफाई समेत अन्य कार्य कराए जा रहे हैं। प्रोग्राम में एआईसीटीई के चैयरमैन प्रो। अनिल डी सहस्त्रबुधेय चीफ गेस्ट रहे। प्राविधिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह भी मौजूद रहे। कुलपति प्रो। एनबी सिंह ने विश्वविद्यालय की रिपोर्ट रखी। कुलाधिपति पदक बीटेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग के शुभम कुमार सिंह को दिया गया।

एजूकेशन की गारंटी लें

राज्यपाल ने बेटियों की शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय 5 गांवों में ऐसी व्यवस्था करें, जिससे वहां की सभी बेटियां स्कूल जाएं। उनके पेरेंट्स को बेटियों की एजूकेशन के लिए आश्वस्त करें। नई शिक्षा नीति पढ़ाई का पूरा स्वरूप बदल देगी। सिर्फ छात्रों को ही नहीं शिक्षकों को भी अपग्रेड होना पड़ेगा।

जॉब के साथ करेंगे एमबीए

दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति मेडल हासिल करने वाले बीटेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्र शुभम कुमार सिंह एमबीए करना चाहते हैं। वह इस समय हीरो मोटोकॉर्प में इंजीनियर हैं। उनकी नौकरी के साथ ही हायर स्टडीज भी जारी रहेगी। उनके पिता मनोज सिंह प्राइवेट जॉब करते हैं, जबकि मां सुनीता सिंह हाउस वाइफ हैं। शुभम मूलरूप से मथुरा के मौली रोड के पास रहने वाले हैं। अपनी सफलता के पीछे कड़ी मेहनत और लगातार रिवीजन को वजह मानते हैं।

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प्रशासनिक सेवा में जाने की तैयारी

बायो केमिकल इंजीनियरिंग में गोल्ड मेडल हासिल करने वाले निर्मल सिंह बर्रा आठ के रहने वाले हैं। वह इस समय आंध्र प्रदेश स्थित फाच्र्यून कंपनी में काम कर रहे हैं। उनका सपना आईएएस, आईपीएस या अन्य प्रशासनिक अधिकारी बनना है। पिता दिनेश सिंह किसान हैं, जबकि मां शिवकांति हाउस वाइफ हैं।

कोडिंग फील्ड में छूनी है बुलंदी

एमसीए में गोल्ड मेडलिस्ट शिवम चौहान कोडिंग के क्षेत्र में बुलंदी छूना चाहते हैं। अभी एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम कर रहे हैं। उनकी प्रतिभा देख कर कुलपति ने चौथे सेमेस्टर में ही ऑस्ट्रेलियन कंपनी में इंटर्नशिप की एनओसी दे दी थी। मूलरूप से गाजियाबाद के रहने वाले हैं। पिता जगदीश सिंह बिस्कुट कंपनी में काम करते हैं, जबकि मां उषा रानी प्राइवेट स्कूल में टीचर हैं।

सीएसए में देखा महिलाओं का हुनर

सीएसए में फ्राइडे को 'कृषक महिला सशक्तिकरण खाद्य व पोषण सुरक्षा एवं ग्राम्य समृद्धि योजना' कार्यक्रम ऑर्गनाइज किया गया। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने महिला द्वारा किए जा रहे कार्यो को भी देखा। इसके साथ ही उन्होंने महिलाओं से बातकर उनके हुनर और कार्यो के बारे में जानकारी भी ली। बता दें कि गांव में रहने वाली महिलाएं अपने हुनर से घर पर रहकर उद्यमिता स्थापित कर अपने साथ दूसरी महिलाओं को आर्थिक स्थिति मजबूत बना रही हैं। कानपुर समेत इटावा, औरैया, फिरोजाबाद व फर्रुखाबाद समेत आसपास के क्षेत्रों में ग्रामीण महिलाओं ने कई स्वयं सहायता समूह बनाए हैं। यहां पर वह आचार, मुरब्बा, हल्दी, धनिया, मिर्चा व गरम मसाले समेत रोजमर्रा की जरूरत में प्रयोग होने वाली चीजें बनाकर खुद को व दूसरी महिलाओं को आगे बढ़ा रही हैं।

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समाज सेवियों का हुआ सम्मान

समारोह में 3 समाज सेवियों को सम्मानित किया गया, जिनमें ब्रजेंद्र प्रताप सिंह, सरिता क्षत्रिय वहाब, धमर्ेंद्र कुमार सिंह शामिल रहे। प्राथमिक विद्यालयों के 15 छात्रों को प्रेरणादायी बुक्स भी प्रदान की गईं।