- कानपुर डायबिटीज एसोसिएशन की एनुअल कॉफ्रेंस केडीएकॉन शुरू, देश विदेश के नामी डायबिटीज एक्सप‌र्ट्स जुड़े, दीं अहम जानकारियां

KANPUR (22 Aug): कोरोना काल में अपनी डायबिटीज को काबू में नहीं रखा तो इस वायरस का प्रकोप और बढ़ जाता है। अनकंट्रोल्ड शुगर लेवल वाले पेशेंट्स में कोरोना वायरस जानलेवा साबित होता है। ऐसे में कोरोना काल में डायबिटीज पर काबू रखना बेहद जरूरी है। यह जानकारी कानपुर डायबिटीज एसोसिएशन की पहली वर्चुअल एनुअल कॉफ्रेंस 'केडीएकॉन' में आए देश विदेश के नामी एक्सपटर्1 ने दी।

भारतीय खानपान से कंट्रोल होती

वर्चुअल कॉफ्रें स में दिल्ली से जुड़े सीनियर इंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ। अनूप मिश्रा ने भारतीय खानपान, लाइफस्टाइल और डायबिटीज पर अपना लेक्चर दिया। उन्होंने बताया कि भारतीय खानपान में कई ऐसी चीजें शामिल हैं जिससे डायबिटीज पेशेंट्स को शुगर कंट्रोल करने में मदद मिलती है। दालचीनी, करेला, ककौड़ा, अदरक, लहसुन डायबिटीज और ओबेसिटी दोनों में फायदेमंद रहती है। अहमदाबाद से जुड़े डॉ। बंशी साबू और कोलकाता से जुड़े डॉ। सुजॉय घोष ने डायबिटीज से जुड़ी नई दवाओं व इंजेक्शंस और उनके प्रभावों को लेकर जानकारी दी। मुंबई ये जुड़े हार्मोन विशेषज्ञ डॉ। शशंाक जोशी ने बताया कि थायराइड पेशेंट्स को डायबिटीज होने की संभावना ज्यादा रहती है। टाइप वन डायबिटीज पेशेंट्स में थायराइड की प्रॉब्लम भी ज्यादा सामने आती है।

नई दवाओं के बारे में

अमेरिका से जुड़े डॉ। जब्बार सर्ज ने डायबिटीज के किडनी और हार्ट पर प्रभावों के बारे में बताया। पहले दिन कॅाफ्रेंस में प्रयागराज से मेडिकल कॉलेज की मेडिसिन डिपार्टमेंट की हेड प्रो। सरिता बजाज भी जुड़ीं। आखिरी सेशन में अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन के फार्मर प्रेसीडेंट डॉ। बीवीएन फोसिंका ने डायबिटीज के जुड़ी नई दवाओं के शोध को लेकर जानकारी दी। स्टेटस क्लब में इस कॉफ्रेंस की लैंप लाइटिंग हुई। इसमें आर्गनाइजिंग चेयरपर्सन डॉ। नंदिनी रस्तोगी, डॉ। ब्रिज मोहन, केडीए के प्रेसीडेट डॉ। भास्कर गांगुली, सेकेट्री डॉ। प्रीति आहूजा, डॉ.दीपक याज्ञनिक और डॉ। अनुराग मेहरोत्रा प्रमुख रूप से शामिल रहे।