- सिटी के छह सेंटरों में सक्सेसफुली हुआ कोरेाना वैक्सीनेशन अभियान का ड्राई रन

- हर सेंटर पर पूरी तैयारी रही, वैक्सीन लगने के बाद होने वाली प्रॉब्लम को मैनेज करने की भी पै्रक्टिस

<- सिटी के छह सेंटरों में सक्सेसफुली हुआ कोरेाना वैक्सीनेशन अभियान का ड्राई रन

- हर सेंटर पर पूरी तैयारी रही, वैक्सीन लगने के बाद होने वाली प्रॉब्लम को मैनेज करने की भी पै्रक्टिस

KANPUR: kanpur@inext.co.in

KANPUR: कानपुर में कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए चलने वाले सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान की तैयारियों को टयूजडे को ड्राई रन के जरिए परखा गया। शहर के म् वैक्सीनेशन सेंटर्स पर वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया का ड्राई रन हुआ। इस दौरान वैक्सीनेशन के लिए होने वाली पूरी प्रक्रिया का अभ्यास हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से किया गया। ड्राई रन ठीक से हो इसके लिए कमिश्नर,डीएम, एसएसपी से लेकर एडी हेल्थ, मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल और सीएमओ भी लगातार फील्ड पर मौजूद रहे। वहीं दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने भी ड्राई रन के दौरान पूरे प्रोसेस को परखा। ड्राई रन में क्या क्या हुआ, क्या कमियां रही? इन सबको बयां करती रिपोर्ट पढि़ए रिपोर्टर की आंखों देखी

एलएलआर हॉस्पिटल ओपीडी- वक्त क्0.भ्0 बजे।

देर से शुरू हुई मॉकड्रिल

ओपीडी के ख्भ्, ख्म् और ख्7 नंबर रूम को वैक्सीनेशन की मॉकड्रिल के लिए तैयार किया गया है। यहां वैक्सीनेशन करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की दो टीमें दिखीं। जिन हेल्थ वर्कर्स का वैक्सीनेशन होना था। उनमें से सिर्फ एक ही उस समय मौजूद था। मॉक ड्रिल क्0 बजे के बजाए कुछ देर से शुरू हुई।

वैरीफिकेशन के बाद लगी वैक्सीन

रेडियोडायग्नोसिस डिपार्टमेंट में काम करने वाले विजय कुमार सिंह पहले शख्स थे। जिन्हें ड्राई रन के दौरान सबसे पहले वैक्सीन लगानी थी। विजय वैक्सीनेशन के लिए पहुंचे तो उनके हाथ में उनके आधार कार्ड की कापी थी। जिसे उन्होंने वैक्सीनेशन सेंटर के इंट्री प्वाइंट पर दिखाया। यहां पर वैक्सीनेशन आफिसर ने उनका नाम लिस्ट में चेक किया। नाम लिस्ट में होने पर दूसरे वैक्सीनेशन आफिसर ने उनके आधार कार्ड के जरिए कोविन वेबसाइट पर वैरीफाई किया। इसके बाद उन्हें वैक्सीनेशन के लिए अंदर के कमरे में भेजा गया। यहां मेल और फीमेल दोनों के लिए अलग अलग प्वाइंट बनाए गए थे। यहां पर वैक्सीनेशन अफसर ने उन्हें वैक्सीन लगाई। इसी बीच एक कर्मचारी ने उन्हें वैक्सीनेशन कार्ड बना कर दिया।

फ्0 मिनट ऑब्जर्वेशन में

वैक्सीन लगने के बाद विजय को ऑब्जर्वेशन रूम में ले जाया गया। यहां भी बैठने से पहले एंट्री का समय नोट किया गया। इस बीच एक वैक्सीनेशन आफिसर विजय के वैक्सीनेशन की डिटेल पोर्टल पर लोड करने में जूझ रहा था। विजय को वैक्सीन लगने के फ्0 मिनट बाद तक रोका गया। इसके बाद ऑब्जर्वेशन रूम में आउट टाइमिंग नोट कर उन्हें जाने दिया गया।

ग्वालटोली अबर्1न पीएचसी-

समय क्ख् बजे

क्ख् बजे तक क्8 काे वैक्सीन

स्वास्थ्य विभाग की ओर से वैक्सीनेशन की मॉक ड्रिल के लिए भ्0 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा कार्यकत्रियों को पहले ही बुला लिया गया था। यहां ड्राई रन क्0 बजे से ही शुरू हो गया था। क्ख् बजे तक क्8 वैक्सीन लाभार्थियों को वैक्सीन की डोज लगाने की प्रैक्टिस की जा चुकी थी। यहां सबसे पहले सरला देवी पर वैक्सीन लगाने का अभ्यास किया गया। अर्बन पीएचसी के दूसरी तरफ बाकी वैक्सीन लाभार्थी महिलाएं बैठी अपनी बारी का इंतजार करती दिखीं।

प्रॉब्लम होने पर िकया मैनेज

इसी बीच शशि वर्मा नाम की एक हेल्थ वर्कर ने वैक्सीन लगने के बाद कुछ प्रॉब्लम होने की शिकायत की। जिस पर पीएचसी प्रभारी डॉ। हनी मेहरोत्रा उसे एक रूम में ले गई। वहां एक डॉक्टर ने शशि वर्मा का पीपी चेक किया। साथ ही एक ओआरएस का घोल भी पीने के लिए दिया। नार्मल फील होने तक उसे वहीं रोका गया।

अफसरों ने लिया जायजा

वैक्सीनेशन मॉकड्रिल के दौरान ही ग्वालटोली पीएचसी में एडीएम सटी अतुल कुमार पहले पहुंचे। इसके कुछ ही देर बाद डीएम आलोक तिवारी, डीआईजी डॉ। प्रीतिंदर सिंह, एडी हेल्थ डॉ। जीके मिश्रा और सीएमओ डॉ। अनिल मिश्रा भी पहुंच गए। डीएम ने मॉकड्रिल के इंतजामों को देखा। इसके अलावा वह पीएचसी की कोल्ड चेन भी गए। वहां वैक्सीन रखने की व्यवस्था को चेक किया।

ड्राई रन से सीख

- वैक्सीनेशन से जुड़ी कई चीजें कोविन पोर्टल के जरिए होगी। ऐसे में मजबूत इंटरनेट नेटवर्क की जरूरत।

- सभी वैक्सीनेशन प्वाइंट्स पर मेल और फीमेल को वैक्सीन लगाने के अलग-अलग प्वाइंट्स बने

- वैक्सीन लगने के बाद किसी तरह के दुष्प्रभाव से निपटने के लिए ज्यादा बेहतर तैयारियां रखी जाए।

यहां किया गया ड्राई रन

एलएलआर हॉस्पिटल, ग्वालटोली अर्बन पीएचसी

गीता नगर अर्बन पीएचसी, सरसौल, घाटमपुर, बिधनू सीएचसी

8 स्टेप में वैक्सीनेशन का प्रोसेस

क्-वैक्सीनेशन रजिस्ट्रेशन-

को-विन एप पर वैक्सीन लगवाने के लिए रजिस्टर करें। रजिस्ट्रेशन के लिए एक फोटो आईडी प्रूफ भी एप पर लोड करना होगा।

ख्- एसएमएस-

वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के बाद लाभार्थी के मोबाइल पर दो एसएमएस आएंगे। पहला रजिस्ट्रेशन कंफर्मेशन का और दूसरे वैक्सीनेशन किस जगह, किस दिन, कितने बजे होगा इसकी जानकारी होगी।

फ्-सेंटर पहुंचने पर

- निर्धारित समय पर वैक्सीनेशन सेंटर पहुंचने पर एंट्री गेट पर तैनात पुलिसकर्मी, होमगार्ड, सिविल डिफेंस या एनसीसी से जुड़े लोग लाभार्थी का फोटो आईडी प्रूफ और मैसेज चेक करेंगे

ब्- वैरीफिकेशन

वेटिंग एरिया में बैठने के बाद एक वैक्सीनेशन आफिसर को-विन पोर्टल पर फोटो आईडी को वैरीफाई करेगा।

भ्- वैक्सीनेशन

वैक्सीनेशन रूम में बैठा वैक्सीनेटर लाभार्थी को वैक्सीन लगाएगा।

म्- ऑब्जर्वेशन

वैक्सीन लगने के बाद लाभार्थी को फ्0 मिनट के लिए ऑब्जर्वेशन रूम में रोका जाएगा। कोई दुष्प्रभाव नहीं होने पर उसे जाने दिया जाएगा।

7- मानीटरिंग-

ऑब्जर्वेशन रूम में लाभार्थी पूरे फ्0 मिनट रुका या नहीं इसकी मानीटरिंग होगी। इन और आउट टाइमिंग का रजिस्टर मेनटेन किया जाएगा।

8- नेक्स्ट डोज

प्रोसेस पूरा होने के बाद लाभार्थी के मोबाइल पर एक और एसएमएस आएगा। जिसमें उसे वैक्सीन के सेकेंड डोज लगाने के लिए डेट और टाइमिंग की जानकारी दी जाएगी।

रजिस्ट्रेशन के लिए ये आईडी जरूरी- आधार कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, सरकारी कर्मचारियों के सर्विस आइडेंटिटी कार्ड,मनरेगा जॉब कार्ड, पासपोर्ट, नेशनल पॉप्युलेशन रजिस्टर से इश्यू किया गया स्मार्ट कार्ड, पेंशन डॉक्यूमेंट जिसमें फोटो हो, किसी एमपी,एमएलए,एमएलसी के ऑफिशियल आइडेंटिटी कार्ड,बैंक या पोस्ट आफिस पासबुक की कापी, लेबर मिनिस्ट्री से इश्यू किया गया हेल्थ इंश्योरेंस का स्मार्ट कार्ड।

हेल्पलाइन नंबर- टोलफ्री- क्07भ्