-पोस्ट ग्रेजुएशन के वाइवा एग्जाम में एग्जामिनर्स की 'खातिरदारी' के नाम पर एडेड कॉलेजों में स्टूडेंट्स से जमकर हुई वसूली

-कई कॉलेजों में वसूले गए सैकड़ों स्टूडेंट्स से वसूले गए सौ-सौ रुपए

-स्टूडेंट्स ने मोबाइल कैमरों से क्लिक कर लीं फोटो, बनाए वसूली के वीडियो

-वाइस चांसलर बोले स्टूडेंट्स लिखित में करें शिकायत की तो कॉलेजों को भेजेंगे कारण बताओ जाएगी

KANPUR : सीएसजेएमयू की प्राइवेट परीक्षाएं लास्ट फेज में हैं। एमए फाइनल इयर के सभी सब्जेक्ट में मौखिक (वायवा)) परीक्षाएं सिटी के 6 कॉलेज में ली जा रही हैं। किदवई नगर के महिला महाविद्यालय में बीते रविवार को हुए इंग्लिश लिट्रेचर के वाइवा में और बुधवार को डीजी कॉलेज में एमए समाजशास्त्र की मौखिक परीक्षा में प्रति स्टूडेंट 100 रुपए 'सुविधा शुल्क' वसूला गया। जुहारी देवी पीजी कॉलेज तक में एमए हिन्दी की मौखिक परीक्षा में भी स्टूडेंट्स से खूब वसूली हुई। ऐसे सिटी के कई प्रॉमिनेंट कॉलेज में यूनिवर्सिटी ने वाइवा कंडक्ट कराया था। मौखिक शिकायतें मिलने पर सुविधा शुल्क लेने वाले कॉलेजों से यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन अब नोटिस भेजकर जवाब मांगने की बात कह रही है।

कल ही खत्म हुई है ये 'वसूली'

सीएसजेएमयू एडमिनिस्ट्रेशन प्राइवेट एग्जाम करा रहा है। एएम फाइनल इयर के स्टूडेंट्स की मौखिक परीक्षाएं सिटी के एडेड कॉलेजों में 12 जून, गुरुवार तक चलीं। डीएवी कॉलेज, एएनडी कॉलेज, हरसहाय जगदम्बा सहाय पीजी कॉलेज, डीसी लॉ, डीजी कॉलेज, अर्मापुर पीजी कॉलेज, महिला महाविद्यालय किदवई नगर, आचार्य नरेन्द्र देव महिला महाविद्यालय (एएनडी), कानपुर विद्या मंदिर और वीएसएसडी कॉलेज में विभिन्न विषयों की मौखिक परीक्षाएं कराई हुई। सीएसजेएमयू के रजिस्ट्रार सैयद वकार हुसैन ने कहा कि परीक्षा केंद्र पर किसी भी तरह के कोई शुल्क नहीं लिया जाना चाहिए। यह परीक्षा नियम के विपरीत है। इसके बावजूद कई कॉलेजों से छात्र-छात्राओं ने आई नेक्स्ट ऑफिस फोन करके एग्जामिनर को देने के नाम पर शुल्क वसूले जाने की शिकायतें की हैं। कईयों ने सुविधा शुल्क लेते टीचरों और क्लर्को की मोबाइल पर फोटो क्लिक करने का दावा भी किया। आई नेक्स्ट को वॉट्स एप से कई स्टूडेंट्स ने ये फोटो भेजी भी हैं।

डीजी कॉलेज में 1.2 लाख का चाय-नाश्ता !

डीजी कॉलेज में बुधवार को सुबह से ही एमए समाजशास्त्र फाइनल इयर की मौखिक परीक्षा ली जा रही थी। इस कॉलेज में समाजशास्त्र के 1200 स्टूडेंट्स का वाइवा बुधवार व गुरुवार को लिया गया। इस कॉलेज में प्रति छात्रा 100 रुपए सुविधा शुल्क लिया गया है। कॉलेज में लखनऊ व सीतापुर तक के छात्राएं मौखिक परीक्षाएं देने आयीं थी। कॉलेज में तीन बैच में 6 एग्जामनर बैठकर वाइवा ले रहे थे। ग‌र्ल्स से लाइन लगाकर सुविधा शुल्क लिया जा रहा था।

जुहारी में तो शाही लंच करवाया होगा एग्जामिनर को.!

जुहारी देवी महिला महाविद्यालय में एमए हिन्दी साहित्य और संस्कृत की मौखिक परीक्षा 5 जून को कराई गई। यहां स्टूडेंट्स से 20 रुपए सुविधा शुल्क के नाम पर लिया गया। यहां दोनों सब्जेक्ट्स की 250 छात्राओं ने वायवा दिया। यानि कि कुछ ही देर में 5000 रुपए की वसूली। यहीं पर हिन्दी की मौखिक परीक्षा देने वाली स्टूडेंट अराधना सिंह ने भी बताया कि वाइवा में एग्जामिनर के लंच के नाम पर 20 रुपए प्रति छात्रा वसूला गया है।

यहां भी 10 हजार का चाय-नाश्ता

महिला महाविद्यालय किदवई नगर में बीते रविवार को लगभग 500 स्टूडेंट्स को इंग्लिश साहित्य की मौखिक परीक्षा देनी थी। जिसमें कि स्टूडेंट्स से सुविधा शुल्क के नाम पर 100 रुपए प्रति छात्रा लिया गया। कुछ स्टूडेंट्स ने इस मैटर को आई नेक्स्ट से शेयर किया है।

वर्जन

किसी भी वाइवा में स्टूडेंट्स से सुविधा शुल्क लेना नियम के विपरीत है। अगर कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन इस तरह का काम करता है तो वह यूनिवर्सिटी के रूल रेगुलेशन को तोड़ रहा है। जिन कॉलेजों ने मौखिक परीक्षा के नाम पर स्टूडेंट्स से सुविधा शुल्क लिया है उन्हें नोटिस भेज कर जवाब मांगा जाएगा कि उन्होने किसके आर्डर पर यह पैसा लिया है। एग्जामिनर को टीए बिल के साथ साथ पारश्रमिक दिया जाता है तो फिर इसका क्या औचित्य है। नियमों को तोड़ने की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी।

-प्रो। जेवी वैशम्पायन, वाइस चांसलर, सीएसजेएमयू

हकीकत यह है कि चार एग्जामनर आए उनके साथ ड्राइवर उनके लिए रिफ्रेशमेंट और लंच का पैसा कहां से किस मद से आएगा। एक दो लोग तो हम मैनेज कर लें। इसी लिए जो स्टूडेंट्स दे सकते थे उनसे 50 रुपए लिए गए हैं। यह भी सच है कि यूनिवर्सिटी से इस तरह की गाइड लाइन नहीं दी गई है। हमारी मजबूरी कोई नहीं समझता है।

-डॉ। इंदू यादव, प्रिंसिपल महिला महाविद्यालय किदवई नगर

वाइवा एग्जाम के लिए हमारे लिए कॉलेज में कोई सुविधा शुल्क नहीं लिया गया है। जो स्टूडेंट्स आरोप लगा रहीं है वह बेबुनियाद हैं। अगर बाहरी किसी ने पैसा ले लिया हो तो हमें जानकारी नहीं है।

-डॉ। बेबीरानी अग्रवाल, प्रिंसिपल जुहारीदेवी महिला महाविद्यालय

किसी भी स्टूडेंट्स से जबरदस्ती नहीं की गई है। करीब 100 से ज्यादा स्टूडेंट्स रहीं होगी जो कि गरीब थीं उनसे सुविधा शुल्क 100 रुपए नहीं लिया गया है। यूनिवर्सिटी रिफ्रेशमेंट या लंच के नाम पर एग्जामनर के लिए कोई पैसा देती नहीं है। कॉलेज मैनेजमेंट देता नहीं तो फिर कहां से हजारों रुपए लाएं। 6 एग्जामनर के साथ कॉलेज की 12 टीचर्स का स्टाफ और इम्प्लाई का नाश्ते और खाने के लिए हजारों रुपए का खर्च है। जो पैसा बचता है उसे गरीब स्टूडेंट्स को डोनेट कर दिया जाता है।

-डॉ। मीता जमाल, डीजी कॉलेज

एमए समाज शास्त्र की मौखिक

परीक्षा 11 जून से शुरू हो गई है। हमने किसी भी स्टूडेंट्स के कोई पैसा नहीं लिया है। अगर लिया गया है तो फिर प्रिंसिपल से बात कीजिए हमारा काम मौखिक परीक्षा कराना है। हम फ‌र्स्ट बैच के एग्जामनर के साथ रहे हैं।

-डॉ। मंजू कुलश्रेष्ठ, एक्टिंग एचओडी डीजी कॉलेज

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-बॉक्स-

आखिर कितना खाते और कितना 'खिलाते' हैं ये कॉलेज.?

KANPUR : कॉलेजों में हुए वायवा एग्जाम्स में किसी एक में एपीयर हुए स्टूडेंट्स की संख्या भी देखें, तो ये निकल कर आया कि कई कॉलेजों में तो एक ही दिन में एक एग्जामिनर के चाय-नाश्ते के नाम पर लाख से सवा लाख रुपए तक वसूल लिए गए। जबकि कई कॉलेजों में दो या तीन दिन वायवा एग्जाम हुए। एपीयर होने वाले स्टूडेंट्स की संख्या अधिकांश कॉलेजों में हजार-पांच सौ से कम नहीं रही। तो सोचिए सौ रुपए प्रति स्टूडेंट के हिसाब से दो ही दिन में कितने रुपए कॉलेज प्रबंधन ने वसूले.? वो भी केवल एक या दो एग्जामिनर्स के नाम पर

-स्टूडेंट वर्जन-

एमए समाज शास्त्र की मौखिक परीक्षा डीजी कॉलेज में दी है। सुविधा शुल्क के नाम क्00 रुपए लिए गए हैं।

-अनुराधा, प्राइवेट स्टूडेंट

डीजी कॉलेज में वाइवा के लिए नाम लिखाते समय एक कर्मचारी ने क्00 रुपए लिए हैं। इसके बाद परीक्षा ली गई।

-रमा, प्राइवेट स्टूडेंट

नियम तो नहीं है लेकिन डीजी कॉलेज में मौखिक परीक्षा में सुविधा शुल्क के नाम पर क्00 रुपए लिए हैं।

-रानी, प्राइवेट स्टूडेंट

वाइवा एग्जाम में क्00 रुपए जमा करेन के बाद नाम कॉल किया गया। इसके बाद सवाल भी अच्छी तरह से नहीं किए।

-रमा, प्राइवेट स्टूडेंट