-लाल इमली के सेफ्टी इंचार्ज अनूप सिंह की थर्सडे को हार्ट अटैक से मौत, सैलरी न मिलने से तनाव में थे

-साथी कर्मचारियों ने शव रखकर जाम की रोड, सैलरी के इंतजार में अब तक 17 कर्मचारी तोड़ चुके हैं दम

KANPUR : काकादेव निवासी लाल इमली के सेफ्टी इंचार्ज अनूप सिंह यादव की थर्सडे को दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। अन्य कर्मचारियों की तरह उन्हें भी पिछले 28 महीने से सैलरी नहीं मिली। परिजनों का आरोप है कि सैलरी न मिलने और 2 दिन पहले ट्रांसफर किए जाने के बाद अनूप तनाव में थे। इसी वजह से तबीयत बिगड़ी और डेथ हो गई। फ्राइडे दोपहर परिजनों के साथ सैकड़ों कर्मचारियों ने लाल इमली चौराहे पर शव रखकर जाम लगा दिया। सूचना पर तीन थानों का फोर्स पहुंचा और कर्मचारियों को समझाकर जाम खुलवाया।

¨हद मजदूर सभा के महासचिव राजू ठाकुर व लाल इमली कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अजय सिंह ने बताया कि वेतन न मिलने और तनाव के चलते अनूप की तबीयत बिगड़ी और उनकी मौत हो गई। सैलरी न मिलने से अब तक 17 कर्मचारियों की डेथ हो चुकी है। लाल इमली के करीब साढ़े पांच सौ से ज्यादा कर्मचारी 28 माह से वेतन का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन मिल प्रबंधन कोई ध्यान नहीं दे रहा है।

अनूप के परिवार में उनके पिता अमर सिंह, पत्नी नीलम, बेटा अखंड व बेटी अपूर्वा हैं। बेटा बीटेक कर चुका है और बेटी बीकॉम कर रही है। सैलरी न मिलने की वजह से बच्चों की पढ़ाई भी बंद हो गई थी। पिता अमर ने बताया कि दो दिन पहले अनूप का लालइमली में ही दूसरे डिपार्टमेंट में ट्रांसफर करके अतिरिक्त जिम्मेदारियां दे दी गईं थीं। अनूप रोजाना काम पर जा रहे थे। थर्सडे दोपहर करीब 12 बजे अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और वह गश खाकर गिर पड़े। तुरंत उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।

लड़ने का भरोसा दिलाया

दोपहर बाद विधायक अमिताभ बाजपेई भी पहुंचे और उन्होंने कर्मचारियों के हितों की लड़ाई लड़ने का भरोसा दिलाया। इसके बाद कर्मचारी नेताओं ने एसीएम को ज्ञापन सौंपा। पीडि़त परिवार ने भी बेटे के लिए नौकरी, अनूप का पूरा वेतन और वीआरएस समेत फंड का पैसा दिलाने की मांग की।