कानपुर (ब्यूरो)। तीन दिन बाद यानि 15 फरवरी से सीबीएसई के बोर्ड एग्जाम शुरू हो रहे हैं। शहर से भी हजारों स्टूडेंट 10वीं और 12वीं के एग्जाम में शामिल होंगे। अगर आप भी एग्जाम मेंं शामिल हो रहे हैं और आप टाइप वन डायबिटीज से ग्रसित हैं तो बिल्कुल भी टेंशन न लें। क्योंकि बोर्ड ने आपकी सेहत का पूरा ध्यान रखा है। आप अपने साथ शुगर टैबलेट्स, चॉकलेट, कैंडी, ग्लूकोमीटर और टेस्टिंग स्ट्रिप समेत कई चीजों को ले जा सकेंगे। सीबीएसई के कंट्रोलर ऑफ एग्जाम डॉ। संयम भारद्वाज ने डायबिटिक स्टूडेंट्स के लिए इसका सर्कुलर जारी कर दिया है।

पोर्टल पर अपलोड करना होगा
सर्कुलर के मुताबिक, इन चीजों को ले जाने के लिए स्टूडेंट्स को जरूरी डाक्यूमेंट्स को रजिस्ट्रेशन के समय सीबीएसई के पोर्टल पर अपलोड कराना होगा। इसके अलावा रजिस्ट्रेशन या सबमिशन के समय टाइप 01 डायबिटीज होने की जानकारी भी देनी होगी। इसके साथ ही इंसुलिन पंप को एग्जाम के दौरान यूज करने के लिए मेडिकल स्पेशलिस्ट का रिकमंडेशन जरूरी है। अधिक जानकारी के लिए सीबीएसई के पोर्टल पर जाकर सर्कुलर को देखा जा सकता है। बताते चलें कि इस बार सिटी में 26 सेंटर्स पर सीबीएसई के एग्जाम होने हैैं।


पैरेंट्स को लेनी होगी अंडरटेकिंग
अगर आपका बच्चा टाइप 01 डायबिटीज से ग्रसित है और एग्जाम में इंसुलिन पंप या ग्लूकोमीटर आदि को लेकर जा रहा है तो पैरेंट्स को अंडरटेकिंग लेनी होगी। यह स्पष्ट करना होगा कि स्टूडेंट द्वारा एग्जाम में लेकर जाए जा रहे इक्विपमेंट किसी भी तरह से कम्यूनिकेशन डिवाइस नहीं है। इसके अलावा सेंटर पहुंचने पर अपने पास मौजूद चीजों के बारे में सेंटर सुपरीटेंडेेंट को बताना होगा। सीबीएसई की ओर से जारी किए गए स्रर्कुलर में बताए गई गाइडलाइन का उल्लंघन करने पर एक्शन लिया जाएगा।

इन चीजों को ले जाने की होगी परमिशन
शुगर टैबलेट्स, चॉकलेट, कैंडी, फ्रूट्स (बनाना, एप्पल या आरेंज), स्नैक्स (सैैंडविच एंड हाई प्रोटीन डाइट), मेडिसिंस (डाक्टर्स की बताई हुई), वाटर बॉटल (500 एमएल), ग्लूकोमीटर एंड ग्लूकोज टेस्टिंगल स्ट्रीप, ग्लूकोज मॉनिटरिंग मशीन (सीजीएम), फ्लैश ग्लूकोज मॉनीटर (एफजीएम) और इंसुलिन पंप।

इसलिए जरूरी हैैं फैसिलिटी
जीएसवीएम मेडिसिन डिपार्टमेंट के डॉ। एसके गौतम ने बताया कि डायबिटीज के पेशेंट्स की समय समय पर निगरानी और खानपान बहुत जरूरी है। शुगर लेवल डाउन होने पर चॉकलेट, कैंडी आदि की जरूरत पड़ती है। बहुत ज्यादा समय तक भूखे पेट भी रहना गलत है। इसके अलावा तबियत बिगडऩे पर तत्काल जांच होना बेहद जरूरी है। ऐसा न करने पर कंडीशन बिगड़ सकती है।