- फजलगंज चौराहा से गोविंद नगर पुल जाने वाली खुदी पड़ी सड़क ने खराब की लोगों की हालत

- खुदी पड़ी है सड़क, मंडे को धूप निकलते ही उड़ने लगा धूल का गुबार, वाहनों की कतार से जाम से जूझे कानपुराइट्स

KANPUR। फजलगंज चौराहा से गोविंद नगर जाने वाली सड़क कई दिनों से खुदी पड़ी है। तीन दिन रिमझिम बरसात के बाद मंडे को निकली धूप ने यहां से गुजरने वाले व स्थानीय लोगों की समस्या बढ़ा दी। धूप निकलने की वजह से पूरा दिन धूल का गुबार उड़ता रहा। सांस लेना तक दुश्वार हो गया। स्थानीय लोगों का काम धंधा भी चौपट हो गया है.वहीं खुदी पड़ी सड़क की वजह से पूरा दिन फजलगंज चौराहे से लेकर गोविंदनगर पुल तक वाहनों की लंबी कतार लग रही। इस सड़क से होकर गुजरने वाले कानपुराइट्स परेशान हुए।

दुकानदारों को दोहरी मार

फजलगंज चौराहे से गोविंद नगर तक सड़क कई सप्ताह से खुदी पड़ी होने की वजह से स्थानीय लोगों को सबसे बड़ी समस्या फेस करनी पड़ रही है। स्थानीय दुकानों का पूरा धंधा चौपट हो गया है। उन्हें दोहरी मार पड़ रही है। कस्टमर्स नहीं आ रहे हैं और उड़ रही धूल से भी दुकानदार परेशान हैं। स्थानीय कारोबारी राज कुमार बाजपेयी ने बताया की पूरा दिन वाहनों की कतार लगी रहती है। शॉप के बाहर खड़े होने तक जगह नहीं होती है। ऊपर से यहां उड़ने वाले धूल के गुबार ने सांस लेना तक दुश्वार कर दिया है।

जगह-जगह मिट्टी धंसने से लगाई बैरीकेडिंग

फजलगंज-गोविंद नगर सड़क खोद कर गहरी सीवर लाइन डाली गई थी। जहां ठेकेदारों ने पाइप डालने के बाद उसको मिट्टी से पूर दिया है। बीते दिनों बरसात होने की वजह से जगह-जगह मिट्टी धंस चुकी है। इसकी वजह से कोई हादसा न हो। इस लिए यहां बैरीकेडिंग लगा दी गई है। लिहाजा सड़क और सकरी हो गई है। यहीं कारण है की यहां पर पूरा दिन जाम की स्थिति बनी रहती है।

- कई दिनों से गहरी सीवर लाइन डालने का काम चल रहा है। व्यवस्था अस्त व्यस्त होने की वजह से धंधा पूरी तरह चौपट हो चुका है।

राज कुमार बाजपेयी

- सड़क खुदी पड़ी होने की वजह से पूरा दिन यहां जाम की स्थिति बनी रहती है। शॉप के बाहर एक बाइक खड़ी करने तक ही जगह नहीं होती है।

मनीष गुप्ता

- सड़क पर गहरी सीवर लाइन डालने का काम हो चुका है। जिम्मेदार डिपार्टमेंट को यहां पर तत्काल सड़क का निर्माण करा देना चाहिए। लापरवाही कानपुराइट्स के लिए परेशानी का सबब बन रही है।

रमन अरोड़ा

- यह समस्या यहां पर हम लोग कई सप्ताह से फेस कर रहे है। स्थानीय लोगों के साथ डेली हजारों कानपुराइट्स को यहां पर विभिन्न समस्याओं को फेस करना पड़ता है।

वरद रस्तोगी