कानपुर(ब्यूरो)। बजरिया थाना क्षेत्र के रामबाग मोहल्ले में बुधवार रात पति-पत्नी की गला रेत कर हत्या कर दी गई। गुरुवार सुबह मृतक के पिता ने जब बेटे और बहू की हत्या की जानकारी दी तो सभी के होश उड़ गए। पुलिस कमिश्नर, जेसीपी समेत तमाम आला पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। पूछताछ शुरू हुई और जानकारी की सूचना मिलने के छह घंटे के भीतर ही पुलिस ने डबल मर्डर का सनसनीखेज खुलासा कर दिया। खुलासा होते ही पुलिस अधिकारियों के साथ सुनने वालों के भी होश उड़ गए। दरअसल हादसे की सूचना देने वाला पिता ही बहू ओर बेटे का कातिल निकला। आधी रात सोते में चाकू से दोनों का गला रेत कर मौत के घाट उतार दिया।

दोनों को पड़ते थे दौरे
खुलासे के दौरान सामने आया कि बुजुर्ग ने अपने बेटे और बहू की हत्या की थी। पूछताछ में उसने बताया कि बहू व बेटे दोनों पर ऊपरी हवाओं का साया था। आए दिन उन्हें दौरे पड़ते थे। इसकी वजह से आर्थिक रूप से भी परेशान हो गया था। बुधवार को वह आपा खो बैठा और दोनों को मौत के घाट उतार दिया। हालांकि पूछताछ में पता चला कि वह हत्या की योजाना काफी पहले से बना रहा था।

कन्नौज का रहने वाला परिवार
मूलरूप से कन्नौज के गंगागंज निवासी चाय का ठेला लगाने वाले दीप कुमार तिवारी रामबाग में रमेश दीक्षित के घर पर ग्यारह साल से किराए पर रह रहे हैं। परिवार में दो बेटे मोनू व शिवम थे। बड़ा बेटा पंकज उर्फ मोनू मानसिक रूप से अस्वस्थ है। जबकि शिवम फास्ट फूड का स्टाल चलाता था। 5 महीने पहले 11 दिसंबर को शिवम ने दर्शनपुरवा निवासी जूली से लव मैरिज की थी। दोनों की शादी मोतीझील में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में हुई थी।

हत्या के बार करता रहा नाटक
जिस मकान में ये परिवार रहता है, उसमें मकान मालिक समेत सात और परिवार रहते हैं। एक कमरे के छोटे से घर में चार लोगों का परिवार रहता था। रात को दीप और बड़ा बेटा मोनू छत पर सोने चले जाते। रोजाना की तरह सुबह करीब साढ़े पांच बजे दीप छत से उतर कर नीचे आए तो रोने चिल्लाने लगे। उनका रोना धोना सुनकर अन्य किराएदार भी दौड़े। देखा तो अंदर कमरे में शिवम व जूली की खून से लथपथ लाशें पड़ी थीं। उनकी गला रेतकर बेरहमी से हत्या की गई थी। चारों तरफ खून ही खून दिखाई दे रहा था।

कातिल घर के अंदर है
पड़ोसी की सूचना पर पुलिस आयुक्त विजय ङ्क्षसह मीना, संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश मौके पर पहुंचे। हालात देखने के बाद पुलिस इस नतीजे पर पहुंची कि कातिल घर के अंदर ही है। शक के आधार पर पुलिस ने दीप कुमार तिवारी को हिरासत में ले लिया। करीब पांच घंटे तक चली पूछताछ में दीप टूट गया और दोहरे हत्याकांड का गुनाह कबूल कर लिया। उसने बताया कि बेटे को मिर्गी के दौरे पड़ते थे। नई बहू में भी यही बीमारी थी। बहू कहती थी कि उसका दिवंगत भाई उससे मिलने आता है। उसे लगने लगा कि घर भूतों का डेरा हो गया है। दोनों की बीमारियों से वह आर्थिक रूप से भी टूट चुका था। रोजाना होने वाले गृहक्लेश से धैर्य टूट गया और उसने इस घटना को अंजाम दे डाला।
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घटनास्थल को देखते हुए तय हो गया था कि हत्यारा घर के अंदर ही है। क्योंकि अंदर आने का कोई स्थान नहीं है। शक सही निकला। दीप तिवारी ने ही बहू व बेटे की हत्या की। उसने अपराध कबूल कर लिया है।
विजय ङ्क्षसह मीना, पुलिस आयुक्त