कानपुर(ब्यूरो)। शहर में भले ही भारी बारिश न हो रही हो लेकिन इसके बाद भी गंगा का लेवल लगातार बढ़ता जा रहा है। दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड में तेज बारिश के चलते हथिनी कुंड और नरोरा बांध से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। नरोरा से एक लाख 70 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने पर यहां गंगा बैराज पर दबाव बढ़ गया। बैराज लबालब होने से सभी 30 गेट एक मीटर तक खोल दिए गए हैं। जिससे गंगा चेतावनी बिंदु से बस तीन मीटर दूर हैं। हालात को देखते हुए सभी घाटों पर स्नान और बोटिंग पर रोक लगा दी गई है। बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया है।

तेजी से बढ़ रहा जलस्तर
गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। शुक्लागंज में यह 110.960 मीटर पहुंच गया है। हालांकि यहां गंगा अभी खतरे के बिंदु से 2.040 मीटर दूर है। गंगा बैराज के 30 गेट खोल दिए गए है ताकि जल का बहाव न रुके। अटल घाट, सरसैया घाट, भैरोघाट, परमट, मैगजीन घाट समेत कई घाटों में सीढिय़ों तक पानी पहुंच गया है। ङ्क्षसचाई विभाग ने गंगा के किनारे बसे गांवों में सतर्कता बढ़ा दी है।

अटल घाट में बांधी गई रस्सी
अटल घाट की सीढ़ी पर रस्सी बांध दी गई है और यहां लोगों को स्नान करने से रोका जा रहा है। यहां तैनात पुलिसकर्मी लोगों पर नजर रखे हुए हैं कि वे बांधी गई रस्सी के आगे न जाएं। यहां घाटों के आसपास भी पुलिस गश्त कर रही है। अटल घाट के साथ-साथ सरसैया घाट, भैरोघाट, परमट, मैगजीन घाट समेत अन्य घाटों पर गंगा स्नान के साथ वोटिंग भी बंद कर दी गई है।

यह है गंगा की वर्तमान स्थिति
अपस्ट्रीम (बिठूर से बैराज तक)- 112 मीटर
चेतावनी बिंदु - 113 मीटर
खतरनाक - 115 मीटर
डाउनस्ट्रीम (बैराज से शुक्लागंज)- 111.780 मीटर
नरोरा बांध से छोड़ा गया पानी - 1, लाख 70 हजार क्यूसेक
हरिद्वार से छोड़ा गया पानी- 1,45,629 क्यूसके
बैराज से शुक्लागंज की ओर छोड़ा गया पानी- 1,06,624 क्यूसेक

प्रशासन व आपदा प्रबंधन अफसर हुए एक्टिव
कटरी के गांवों की ओर गंगा का पानी तेजी से बढ़ रहा है। जिससे इन गांवों में रहने वाले लोग सुरक्षित स्थानों की तलाश करने लगे हैं। जिला प्रशासन ने बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर दिया है। प्रशासनिक व पुलिस के अधिकारी लगातार टोह ले रहे हैं। बैराज के सभी गेट खोले जाने के बाद घाटों के किनारों जमा बालू और मिट्टी का कटान शुरू हो गया है।

बाढ़ से निपटने की तैयारी शुरू
गंगा का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है उसे देख प्रशासन ने बाढ़ की आशंका जताते हुए तेजी से इंतजाम भी शुरू कर दिए हैं। जिला प्रशासन के साथ आपदा प्रबंधन के अफसर भी एक्टिव हैं। एक दिन पहले ही सरसैया घाट के सामने बीच धारा में बालू के टीले पर बसे 15 परिवारों को वहां से हटाया गया।

बाढ़ चौकियों को किया सक्रिय
एडीएम फाइनेंस राजेश कुमार ने बताया कि गंगा बैराज बंधा, बनियापुरवा, मन्नीपुरवा, पुराना कानपुर, संभरपुर, प्रतापपुर, जागेश्वर मंदिर, मैनावती रोड, नानामऊ, बिल्हौर, मकनपुर, ककवन, रहीमपुर, विषधन, शिवराजपुर, दिलीपनगर, चौबेपुर, बिरतियान बिठूर क्षेत्र में बाढ़ चौकियों में टीमों को सक्रिय कर दिया गया है। रात में पानी बढऩे की आशंका को देखते हुए और सजगता बढ़ाई गई है। ग्रामीणों को भी सतर्क रहने को कहा गया है।

घाट के पास न करें मस्ती
जिला प्रशासन लोगों से अपील कर रहा है कि वे घाटों के पास न जाएं। इसके अलावा लोगों की सुरक्षा के लिए जल पुलिस के साथ-साथ नाविक व गोताखोरों को भी सक्रिय किया गया है। इन चेतावनियों के बाद भी बड़ी संख्या में लोग गंगा बैराज मस्ती करने पहुंच रहे हैं।