कानपुर (ब्यूरो)। कार्तिक की तलाश में लगी पुलिस टीम को घंटाघर से एक सीसीटीवी फुटेज मिली है। हालांकि इस फुटेज को लेकर पुलिस का कहना है कि दोनों युवकों के बीच बैठा बच्चा कार्तिक नहीं है लेकिन परिवार वालों का कहना है कि गाड़ी ऊंची होने की वजह से कार्तिक का फेस पुलिस नहीं पहचान पा रही है, ये फुटेज कार्तिक का ही है। संडे को एसीपी कोतवाली अर्चना सिंह पीडि़त परिवार के पास पहुंची और पूरी घटना की जानकारी ली। साथ खेल रहे बच्चों ने पुलिस को बताया कि अंकल चीज दिलाने की बात कहकर कार्तिक को ले गए थे लेकिन उसके बाद नहीं लौटे। बच्चे के अपहरण के बाद से परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है। दिन दहाड़े पिकेट प्वाइंट और चौकी के पास से बच्चे के अपहरण को लेकर क्षेत्रीय लोगों जबरदस्त आक्रोश है।
खंगाले जा रहे सीसीटीवी फुटेज
एसीपी कोतवाली अर्चना सिंह ने बताया कि फूलबाग से दो साल के बच्चे कार्तिक का अपहरण करने के मामले में अज्ञात बाइक सवारों के खिलाफ फीलखाना थाने में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज की गई है। बच्चे की तलाश में फीलखाना थाने की पुलिस के साथ ही क्राइमब्रांच को भी लगाया गया है। माल रोड से लेकर घंटाघर और अन्य सभी रास्तों पर सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है, लेकिन बाइक सवारों के हेलमेट व मास्क लगाने के साथ ही तेज रफ्तार में होने के चलते किडनैपर्स की शिनाख्त नहीं हो पा रही है।
पुलिस ने निशाने पर बेगर गैैंग
कार्तिक के परिवार वालों ने पुलिस को बताया कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है। वहीं 24 घंटे बाद भी परिवार के पास फिरौती को लेकर भी कोई कॉल भी नहीं आई है। ऐसे में पुलिस ह्यूमन ट्रैफिकिंग से भी इनकार नहीं कर रही है। वारदात में बेगर का भी हाथ हो सकता है। ऐसे में पुलिस ने रेलवे स्टेशन और बस अड्डे के आस पास सक्रियता बढ़ा दी है।
ये था अपहरण का पूरा मामला
मूल रूप से सफीपुर उन्नाव निवासी छोटू राजपूत ठेला लगाता है। परिवार में पत्नी गुड्डा व चार बच्चे 12 साल की वैष्णवी, 8 साल की पल्लवी, 6 साल की शीबू और 2 साल का कार्तिक हैं। सैटरडे शाम लगभग साढ़े चार बजे कार्तिक बहन वैष्णवी और शीबू के साथ खेलते खेलते फूलबाग बस स्टॉप तक चला गया। कुछ देर बाद ही एक बाइक पर सवार दो युवक आए। बाइक चला रहे युवक ने हेलमेट व पीछे बैठे युवक ने मास्क लगा रखा था। कार्तिक के पास बाइक रोकी और उसे पुचकार कर उठा लिया। वैष्णवी और शीबू ने शोर मचाया लेकिन वे नहीं रुके। बच्चे फूलबाग पुलिस चौकी तक दौड़े मगर तब तक बाइक सवार भाग निकले.