- एक लाख पौधे सीएसजेएम यूनिवर्सिटी और उससे एफिलिएटेड डिग्री कॉलेजों को रोपने होंगे

- कौन सा कॉलेज कितने पौधे लगाएगा मांगी गई डिटे, विशेष तौर पर रोपे जाएंगे पीपल के पौधे

-01 लाख पौधे यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड कॉलेजों में लगाने की हो रही तैयारी

-20 जून तक प्राचार्यो को बताना होगा कि अपने कॉलेजों में कितने पौधे लगाएंगे

KANPUR: कोरोना की सेकेंड वेव ने सब जगह मौत का तांडव मचा दिया था। अचानक बढ़ी डिमांड की वजह ऑक्सीजन की किल्लत हो गई थी। अब लोग प्रकृति यानि नेचर को बचाने के लिए प्रयासरत हैं। सीएसजेएम यूनिवर्सिटी भी इसके लिए आग आई है। अब यूनिवर्सिटी और डिग्री कॉलेजों में विशेष तौर पर पीपल का पौधा रोपने की तैयारी है। 1 लाख पौधे लगाने की तैयारी है। हर कॉलेज को कम से कम 150 पौधे लगाने होंगे।

राजभवन भेजी जाएगी रिपोर्ट

वाइस चांसलर के आफिस से दिए गए निर्देशों के बाद पौधारोपण को लेकर तैयारी शुरू कर दी हैं। मंडे को सीएसजेएमयू में डीन प्रशासन डॉ। सुधांशु पांड्या ने सभी प्राचार्यों को इस बाबत पत्र जारी कर दिया। उसमें निर्देश दिए गए कि 20 जून तक सभी कॉलेज प्राचार्य व प्रबंधक यह बताएं कि कौन कितने पीपल के पौधे रोपेगा। डॉ.सुधांशु ने कहा आंकड़ों के आधार पर जो रिपोर्ट तैयार होगी वह राजभवन को भेज दी जाएगी।

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कॉलेजों में पर्याप्त स्थान नहीं

यूनिवर्सिटी और इससे एफिलिएटेड कॉलेजों की ओर से एक लाख पीपल के पौधे रोपने की योजना है। दरअसल यूनिवर्सिटी से संबद्ध कॉलेजों की कुल संख्या 500 से अधिक है। अगर आंकड़ों पर गौर करें, तो एक कॉलेज को कम से कम 150 पौधे रोपने होंगे, जो आसान नहीं है। इसकी मुख्य वजह कॉलेजों में पर्याप्त स्थान न होना है। इसके अलावा यह भी एक कड़वी हकीकत यह भी है, कि पिछले वर्षों में हायर एजूकेशन डिपार्टमेंट को पौधारोपण का जो टारगेट दिया जाता रहा, वह केवल कागजों पर पूरा हुआ है।