कानपुर (ब्यूरो)। कानपुर जेल में बंद महिलाओं को पॉटरी उद्योग से जोड़ा जा रहा है। इससे जो भी आय होगी उसे महिलाओं के बैैंक अकाउंट में जमा कराया जाएगा। संडे को जेल में एक वर्कशाप का आयोजन किया गया। जिसमें 'प्राचीन भारतीय शिल्प स्वास्थ्य और आत्मनिर्भर भारतÓ के संबंध में महिलाओं को जानकारी दी गई। दिल्ली से आई सर्वोसार्थ की डॉयरेक्टर पॉटरी एक्सपर्ट शुभांगी सिंह ने महिला बंदियों को पॉटरी प्रोडक्ट्स के बारे में बताया। साथ ही कहा कि आप भी मिट्टी से स्वास्थ्य और स्वाबलम्बन पा सकते हैं। आजकल मिट्टी के आभूषण बहुत चलन में हैं। संस्था 2 अगस्त से मिट्टी के आभूषण, बर्तन व अन्य प्रोडक्ट बनाने की ट्रेनिंग जेल में शुरू करने जा रही है। महिला बंदियों के हाथों के बनाये गए मिट्टी के प्रोडक्ट्स को सर्वोसार्थ प्रमोट करेगा।

हुनर से दें हौसलों को उड़ान
इस अवसर पर ऑल इंडिया वुमेन डेवलपमेंट एंड ट्रेनिंग सोसाइटी, दिल्ली की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ। बिंदु सिंह ने कहा कि जीवन में कितनी भी कठिन परस्थिति हो, आपके हाथ में अगर हुनर होगा तो आप परिवार और अपने बच्चों का पालन पोषण कर पाएंगी। इसलिए अपने हाथों को मजबूत करो और अपने हुनर को उड़ान दो। इस अवसर पर जेल अधीक्षक डॉ। बी। डी। पांडेय जेलर अनिल कुमार, राजेश कुमार डिप्टी जेलर प्रशांत उपाध्याय व सायमा जलीस उपस्थित रहे।