- अवैध निर्माणकर्ता से सेटिंग हो जाने पर फाइलें ठंडे बस्ते में डाल देती एनफोर्समेंट टीम

- बीते फाइनेंशियल तक अवैध निर्माणों के 7 हजार से अधिक मामले पड़े हैं लंबित

- पिछले वित्त वर्ष में केवल 52 अवैध निर्माणों को ध्वस्त करने का केडीए का दावा

KANPUR: केडीए के एनफोर्समेंट टीम के इंजीनियर राजीव गौतम की गिरफ्तारी से एक बात फिर साफ हो गई कि कागजातों में कार्रवाई केवल शिकार बनाने के लिए होती है। एनफोर्समेंट टीम अवैध निर्माण को लेकर नोटिस पर नोटिस जारी करती है। जिससे अवैध निर्माण को बचाने के लिए लोग उनके आगे घुटने टेक दे। सेटिंग-गेटिंग होते ही फाइल ठंडे बस्ते में डाल दी जाती है। बीते फाइनेंशियल ईयर तक ऐसे ही अवैध निर्माणों के 7 हजार से ज्यादा मामले फाइलों में दबाए जा चुके हैं।

अवैध निर्माण को ग्रीन सिग्नल दे दिया

केडीए की एनफोर्समेंट की मिलीभगत से सिटी में हर साल सैकड़ों की संख्या में अवैध निर्माण किए जाते हैं। बीते फाइनेंशियल ईयर 2017-18 में 832 अवैध निर्माण केडीए में लिस्ट हुए है। केडीए ने अवैध निर्माण बन्द करने और सील करने की चेतावनी की नोटिसें भी जारी भी की। इससे अवैध निर्माणकर्ता एनफोर्समेंट टीम से सेटिंग-गेटिंग के लिए मजबूर हो गए। इसमें एनफोर्समेंट टीम को कामयाबी मिलते ही अवैध निर्माण को ग्रीन सिग्नल दे दिया।

हर साल एक हजार से ज्यादा अवैध निर्माण

सीलिंग और ध्वस्तीकरण आदेश भी फाइलों में ही जारी किए गए.अगर वीसी, डीएम, कमिश्नर या शासन से शिकायत की गई तो दिखावे के लिए बिल्डिंग सील कर दी गई। मामला ठंडा पड़ते ही सील बिल्डिंग में फिर काम शुरू हो गया। 7628 अवैध निमाणों के खिलाफ ध्वस्तीकरण कार्रवाई न होना केडीए की करतूतों की बानगी है। इसी तरह हर साल सैकड़ों की संख्या में अवैध एनफोर्समेंट टीम की मिलीभगत से शुरू हुए। पहले से सेटिंग-गेटिंग होने की वजह से इन्हें नोटिस तक जारी की जाती है। इस सबकी पूरी जानकारी ऑफिसर्स तक को होती है। पर बंदरबाट की वजह से वह भी चुप्पी साधे हुए हैं। शहर में हर गली-मोहल्ले में तन चुके मिनी अपार्टमेंट केडीए एनफोर्समेंट टीम की मिलीभगत का जीता जागता उदाहारण है।

एनफोर्समेंट टीम में अफरातफरी

पिछले दिनों केडीए की एनफोर्समेंट टीम के असिसटेंट इंजीनियर राजीव गौतम को चकेरी के एक फैक्ट्री के मामले में रिश्वत मांगने के आरोप में सीबीआई ने उनके केडीए कालोनी स्थित घर से उठा लिया था। तलाशी और पूछताछ के बाद राजीव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया था। इससे केडीए की एनफोर्समेंट टीम में अफरातफरी मची हुई। केडीए के सेक्रेटरी केपी सिंह ने बताया असिसटेंट इंजीनियर राजीव गौतम के खिलाफ सीबीआई की कार्रवाई की जानकारी जल्द की आवास विकास विभाग लखनऊ को दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अवैध निर्माण के सीलिंग की कार्रवाई की जाएगी। संसाधनों, पुलिस फोर्स न मिलने आदि समस्याओं की वजह से ध्वस्तीकरण नहीं हो पाता है।

अवैध निर्माण का हाल

-- 832 नए अवैध निर्माण हुए 2017-18 में

-- 23 अवैध निर्माणों की कम्पाउंडिंग

-- 142 ध्वस्तीकरण आदेश जारी किए

-- 52 अवैध निर्माण किए ध्वस्त

(डेटा फाइनेंशियल ईयर 2017-18 तक का)

-- 8510 अवैध निर्माण 31 मार्च 2017 तक हुए थे

-- 7628 अवैध निर्माण कार्रवाई के लिए हैं लंबित