- हैलट में कोरोना संक्रमित बंदी की इलाज के दौरान हुई थी मौत

- परिजनों की जिद के बाद किया गया पोस्टमॉर्टम

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KANPUR: कन्नौज जिला जेल में हत्या के मामले में कैद 70 साल के बंदी की हैलट कोविड वार्ड में मौत हो गई। मौत की वजह बंदी का कोरोना संक्रमित होना बताया गया। 22 अक्टूबर की सुबह बंदी की इलाज के दौरान मौत होने पर उसके परिजनों को सूचना दी गई। परिजनों ने अस्पताल पहुंचकर पोस्टमार्टम की मांग की। अस्पताल प्रबंधन ने कोविड प्रोटोकॉल से उनका अंतिम संस्कार करने को कहा। जिद पर अड़े परिजनों ने मानवाधिकार आयोग, सीएम और जिलाधिकारी से गुहार लगाई। तब जाकर कहीं पोस्टमार्टम कराने की अनुमति दी गई। इसके बाद शनिवार को दो डॉक्टर के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। कोरोना संक्रमित से मौत के बाद पोस्टमार्टम का यूपी में ये पहला मामला है। पोस्टमार्टम करने से पहले पूरे परिसर को सैनिटाइज किया गया। पोस्टमार्टम में मौजूद कर्मचारियों और डॉक्टर्स ने पीपीई किट पहनकर पोस्टमॉर्टम किया। सैटरडे को किसी दूसरी डेडबॉडी का पोस्टमार्टम नहीं किया गया। न ही किसी दूसरे शख्स को एंट्री दी गई।

क्वारंटाइन होंगे कर्मचारी

कोरोना संक्रमित का पोस्टमार्टम करने वाली पूरी टीम क्वारंटाइन की जाएगी। पोस्टमार्टम स्टाफ की जगह दूसरा स्टाफ लगाया जाएगा। देश में पहली बार कोरोना संक्रमित का पोस्टमार्टम भोपाल एम्स ने अगस्त में किया था। ऐसा कोरोना पर रिसर्च के लिए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की अनुमति लेकर किया गया था।