कानपुर(ब्यूरो)। नौबस्ता से लेकर रमईपुर तक लगने वाले भीषण जाम और हादसों को रोकने का रौड मैप तैयार हो गया है। कानपुर से कबरई तक प्रस्तावित ग्र्रीनफील्ड फोरलेन हाईवे को रमईपुर में आउटर रिंग रोड से जोड़ा जाएगा। इससे कानपुर को छोडक़र अन्य शहरों को जाने वाले मौरंग-गिïट्टी लदे ट्रक, डम्फर आदि गाडिय़ों को नौबस्ता की ओर आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। नौबस्ता-हमीरपुर के लेफ्ट साइड प्रपोज्ड इस हाईवे को बनाने पर 3500 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। कबरई के बाद एमपी सीमा में यह हाईवे भोपाल तक जाएगा। कुल मिलाकर कानपुर से भोपाल तक का सफर आसान हो जाएगा।

आए दिन होते हैं हादसे
कानपुर से कबरई जाने के लिए आमतौर पर लोग नौबस्ता-हमीरपुर रोड का रास्ता अपनाते हैं। यह खासी बिजी ट्रैफिक वाली रोड है। इसी रोड पर मौरंग और गिïट्टी लदे ट्रक व डम्फर, रोडवेज बसें आदि हैवी व्हीकल्स गुजरते हैं। लेकिन इस रोड की चौड़ाई ज्यादातर जगहों पर टू लेन से कुछ अधिक ही है। इन्हीं वजहों से लगभग डेली हमीरपुर रोड पर रोड एक्सीडेंट होते हैं। कानपुर में रोड एक्सीडेंट में होने वाली सबसे अधिक डेथ इसी हमीरपुर रोड पर होती है।

घंटों रहता ट्रैफिक जाम
हादसों व अन्य वजहों से इस रोड पर ट्रैफिक जाम की समस्या आम है। रोजाना जाम में घंटों गाडिय़ां फंसी रहती हैं। कई बार तो 12 से 16 घंटे तक यह हाईवे जाम रहता है। इन्हीं वजहों से हमीरपुर रोड की वाइडनिंग की लगातार डिमांड हो रही थी। भारतमाला प्रोजेक्ट के अंर्तगत इस रोड को फोरलेन का प्रपोजल भी भेजा गया था। कुछ समय पहले सेंट्रल गवर्नमेंट की रोड ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री ने कानपुर से भोपाल तक फोरलेन ग्र्रीनफील्ड हाईवे बनाने की घोषणा की थी।

एलॉइनमेंट फाइनल
कानपुर से भोपाल को जोडऩे वाले इस फोरलेन हाईवे को बनाने की घोषणा पहले ही की जा चुकी है। यूपी के हिस्से के हाईवे को बनाने की जिम्मेदारी एनएचएआई के कानपुर डिवीजन को सौंपी गई है। एनएचएआई के ऑफिसर्स ने इसका एलाइनमेंट फाइनल कर हेडक्वार्टर दिल्ली भेज दिया है। एलाइनमेंट फाइनल होने के बाद डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की जाएगी।

चार डिस्ट्रिक्ट से गुजरेगा
एनएचएआई ऑफिसर्स के मुताबिक प्रपोज्ड ग्र्रीनफील्ड फोरलेन हाईवे कानपुर के अलावा फतेहपुर, हमीरपुर व महोबा के 96 गांवों से होकर गुजरेगा। यह हाईवे कानपुर के 51, फतेहपुर के 4, हमीरपुर के 26 और महोबा के 15 गांवों से होकर गुजरेगा। इस हाईवे की लंबाई 113 किलोमीटर होगी। इसके अलावा 8 किलोमीटर की लिंक रोड हमीरपुर के लिए बनाई जाएगी। इसमें कानपुर नगर, देहात और उन्नाव से होकर गुजरने वाली आउटर रिंग रोड की कनेक्टिविटी का भी ध्यान रखा गया है।

डिफेंस कॉरिडोर से कनेक्टिविटी
हाईवे के रिंग रोड से कनेक्ट हो जाने से एमपी, महोबा, हमीरपुर या आसपास डिस्ट्रिक्ट की गाडिय़ां जिन्हें कानपुर न आना हो, वह आउटर रिंग रोड के जरिए बाहर ही बाहर निकल सकेंगी। इसका सबसे अधिक फायदा नौबस्ता-हमीपुर रोड से आने जाने वाले बाइक, कार सवारों आदि को मिलेगा। उन्हें मौरंग-गिïट्टी लदे ट्रक व डम्फरों के आतंक से छुटकारा मिल जाएगा। इस रोड पर ट्रैफिक लोड कम हो जाने से जाम की समस्या का भी हल हो जाएगा। वहीं साढ़ में बन रहे डिफेंस कॉरिडोर तक भी पहुंचना आसान हो जाएगा।

कानपुर-कबरई हाईवे का प्रपोज्ड एलाइनमेंट तैयार कर हेडक्वार्टर को भेज दिया गया है। हेडक्वार्टर से मंजूरी मिलने के बाद डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट, जमीन अधिग्र्रहण आदि कार्रवाई की जाएगी।
-अर्जुन डांगे, डिप्टी मैनेजर, एनएचएआई कानपुर

प्रोजेक्ट के बारे में जानें
कानपुर-कबरई ग्र्रीनफील्ड हाईवे
लंबाई- 113 किलोमीटर
चौड़ाई- फोर लेन
लिंक रोड- 8 किलोमीटर
प्रोजेक्ट कास्ट- 3500 करोड़

इन डिस्ट्रिक्ट से गुजरेगा
कानपुर, फतेहपुर, हमीरपुर व महोबा

96 गांवों से गुजरेगा हाईवे
डिस्ट्रिक्ट- गांवों की संख्या
कानपुर- 55
फतेहपुर- 4
हमीरपुर- 26
महोबा- 4