कानपुर (ब्यूरो)। पनकी थानाक्षेत्र के गोपालपुर पतरसा गांव में टीचर दयाराम को जिंदा जला कर मार डालने के आरोपी एडवोकेट संजीव कुमार ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। डीसीपी वेस्ट विजय ढुल के मुताबिक संजीव ने पूछताछ में दयाराम के अवैध संबंध उसकी पत्नी निशा से होने की बात कही है। संजीव ने बताया कि वह कई बार दयाराम के समझा चुका था लेकिन वह किसी भी हालत में मानने को तैयार नहीं था, उसने समझौता कराने के नाम पर दयाराम को बुलाकर मार डाला। इतना ही नहीं, उसने बताया कि बेटी उसकी नहीं है, चाहें तो डीएनए करा लीजिए। फिलहाल पुलिस ने अरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं, अन्य आरोपी दयाराम की पत्नी संगीता और उसका प्रेमी अभी भी हिरासत में है। पुलिस दोनों से पूछताछ की जा रही है।


फोन ने उलझा दी पुलिस की कहानी
इस पूरी कहानी में यहां तक तो सब ठीक था लेकिन मौत से पहले दयाराम को भाई अनुज को फोन करना और बचाने की गुहार लगाने के दौरान ये बताना कि उसे जलाने में पत्नी संगीता और उसके प्रेमी पवन का भी हाथ है। इस रिकॉर्डिंग ने पुलिस के लिए परेशानी पैदा कर दी है। पुलिस के मुताबिक अनुज ने अपने बयान में कहा कि उसके भाई ने मौत से पहले उसे फोन करके बताया था कि संजीव ने उसे कमरे में बंद करके आग लगा दी है। ये भी बताया है कि दयाराम की अपनी पत्नी संगीता के साथ संबंध खराब चल रहे थे और उसे शक है कि उसकी भाभी संगीता ने संजीव और अपने एक और मित्र पवन के साथ मिलकर साजिश के तहत इस वारदात को अंजाम दिया है। अनुज की तहरीर पर संजीव संगीता और पवन के खिलाफ केस दर्ज किया है।

दोनों मान नहीं रहे थे
संजीव ने पुलिस को बताया कि वह अपनी पत्नी निशा और दयाराम से बहुत परेशान था। वह कई बार दोनों को रंगे हाथ पकड़ चुका था और समझा चुका था। वह दयाराम से भी निशा से न मिलने के लिए कह चुका था लेकिन दोनों नहीं मान रहे थे। पुलिस के मुताबिक अब तक की गई विवेचना से केवल संजीव के अकेले ही अपराध का करना पाया जा रहा है। उसने अपराध को स्वीकार भी किया है। हत्या की वजह निशा और दयाराम के अवैध संबंध बताए हैैं। डीसीपी वेस्ट विजय ढुल ने बताया कि पवन और संगीता से पूछताछ की जा रही है। फॉरेंसिक टीम ने भी इविडेेंस कलेक्ट किए हैैं, जल्द ही वारदात का खुलासा किया जाएगा।