- जेंडर चेंज कराने वाले स्टूडेंट ने पूर्व नाम से ही एडमिशन के लिए एप्लीकेशन दी

- डायरेक्टर ने दी परमिशन, फीस जमा करते ही इश्यू हो जाएगा रजिस्ट्रेशन कार्ड

KANPUR: जेंडर चेंज कराने वाले स्टूडेंट को एचबीटीआई में फिर से एडमिशन देने का रास्ता साफ हो गया है। लड़के से लड़की बने इस मेधावी ने बिना नाम बदले पहले वाले नाम पर ही एडमिशन के लिए आवेदन किया है। इंस्टीट्यूट प्रशासन ने भी एडमिशन देने के लिए ग्रीन सिग्नल दे दिया है। स्टूडेंट को सिर्फ फीस जमा करनी है, लेकिन सबसे अहम बात यह है कि एडमिशन के वाद वह गर्ल स्टूडेंट की तरह पढ़ेगा लेकिन डिग्री लड़के के नाम पर मिलेगी।

इसलिए बदला जेंडर

गाजियाबाद के रहने वाले इस मेधावी स्टूडेंट ने 2014 में यूपीटीयू के एंट्रेंस एग्जाम में एमसीए के लिए लेटरल एंट्री में क्वॉलीफाई किया था। उसे प्रदेश में 7वीं रैंक हासिल हुई थी। एचबीटीआई में एडमिशन लेने के कुछ टाइम बाद ही उसे हार्मोनल डिस्बैलेंस की समस्या हो गई। वह छुट्टी लेकर घर चला गया। डॉक्टर्स की एडवाइज पर उसने सर्जरी कराकर अपना जेंडर चेंज करा लिया। यानि अब वह लड़के से लड़की बन गया है।

ग‌र्ल्स हॉस्टल में मांगा था रूम

मेडिकली फिट होने के बाद स्टूडेंट ने 20 मार्च को एचबीटीआई डायरेक्टर को उसे फिर से एडमिशन देने के लिए अप्लीकेशन दी। साथ ही उसने जेंडर चेंज करा लेने की बात का हवाला देकर ग‌र्ल्स हॉस्टल में रूम की डिमांड की थी। लेकिन, सभी परिस्थितियों को देखते हुए उसे स्टाफ क्वॉटर्स में रूम लेने का ऑफर दिया गया। हालांकि स्टूडेंट को रूम पसंद नहीं आया।

नाम चेंज करने में कई झंझट

डीन ऑफ एकेडमिक अफेयर प्रो। पीके कमानी ने बताया कि स्टूडेंट ने पूर्व नाम पर ही एडमिशन के लिए अप्लीकेशन दी है। डायरेक्टर ने एडमिशन के लिए अपनी सहमति दे दी है। फीस जमा होते ही रजिस्ट्रेशन कार्ड इश्यू कर दिया जाएगा। प्रो। कमानी ने बताया नाम चेंज करने पर यूपीटीयू से परमशीन लेनी होगी। इसके अलावा टेंथ से लेकर सभी एकेडमिक और प्रोफेशनल कोर्सेस की मार्कशीट व सर्टिफिकेट में भी नाम चेंज कराना होगा। डिस्ट्रिक लेवल पर गठित मेडिकल बोर्ड के सामने पेश होकर फिजिकल चेकअप भी कराना होगा।

वर्जन

जेंडर चेंज कराने वाले स्टूडेंट की एप्लीकेशन पर डायरेक्टर ने बिना नाम बदले पूर्व नाम पर ही एडमिशन देने की परमिशन दे दी है। फीस जमा करने के बाद रजिस्ट्रेशन कार्ड जारी किया जाएगी तभी उसका एडमिशन मान्य होगा। उसे ग‌र्ल्स व ब्वॉयज हॉस्टल से अलग एक्मोडेशन दिया जाएगा।

प्रो। पीके कमानी, डीन ऑफ एकेडमिक अफेयर एचबीटीआई