- शासन की पहल पर हेल्थ डिपार्टमेंट ने शुरू किया काम, जिस एरिया में ज्यादा केसेस वहां कंटेनमेंट में मिलेगी मदद

KANPUR: सिटी में कोरोना संक्रमितों की निगरानी और कंटेनमेंट की कार्रवाई बेहतर तरीके से हो इसके लिए हेल्थ डिपार्टमेंट गूगल मैपिंग की मदद लेगा। शासन की पहल पर हेल्थ डिपार्टमेंट ने इस पर काम भी शुरू कर दिया है। सिटी में एक हजार से ज्यादा कोरोना वायरस के एक्टिव केसेस हैं। जिसमें से 60 परसेंट के करीब पेशेंट्स होम आइसोलेशन में रहकर ही काम कर रहे हैं। इन सभी पेशेंट्स की मोबाइल लोकेशन, ऑल्टीटयूट व लॉगीटयूट के जरिए गूगल एप के जरिए मैपिंग होगी।

निगरानी और कंटेनमेंट में मदद

सिटी में कोरोना संक्रमितों के सभी एक्टिव केसेस की गूगल मैपिंग के जरिए हेल्थ डिपार्टमेंट को इन सभी केसेस की एक्चुअल लोकेशन मिल सकेगी। इसके जरिए किसी एक खास जगह पर कितने कोरोना संक्रमित हैं। इसकी जानकारी भी मिलेगी। जिससे उन खास एरियाज में कंटेनमेंट स्ट्रेटजी को बेहतर तरीके से अप्लाई किया जा सकेगा। इन एरियाज में सैंपलिंग बढ़ाने के साथ ही सेनेटाइजेशन और हॉटस्पॉट को भी ज्यादा एक्यूरेट तरीके से चिन्हित किया जा सकेगा। सीएमओ डॉ.अनिल मिश्र के मुताबिक सरकारी कोविड टेस्टिंग सेंटर्स और एक्टिव केसेस की गूगल मैपिंग कराई जा रही है। टेक्नोलॉजी के जरिए कोरोना वायरस से लड़ने में इससे काफी मदद मिलेगी।

ये होंगे फायदे

-टेक्नोलॉजी के जरिए कोरोना से लड़ने में काफी मदद मिलेगी।

-हेल्थ डिपार्टमेंट को सभी केसेस की एक्चुअल लोकेशन मिलेगी

-किसी खास जगह पर कितने संक्रमित, इसकी जानकारी मिलेगी

-हालात देखकर एरिया में सैंपलिंग और सैनेटाइजेशन का डिसिजन

रूसी वैक्सीन के लिए वॉलंटियर्स की जांच

- एलएलआर हॉस्पिटल के मेडिसिन डिपार्टमेंट में वॉलंटियर्स के लिए गए ब्लड सैंपल, फिट होने पर ही लगेगी वैक्सीन

KANPUR: जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में कोरेाना वायरस से बचाव करने वाली रूसी वैक्सीन स्पूतनिक वी के सेकेंड फेज के क्लीनिकल ट्रॉयल के लिए वेडनसडे को वॉलंटियर्स के ब्लड सैंपल लिए गए। एलएलआर हॉस्पिटल में स्थित इंस्टीटयूट ऑफ मेडिसिन में 30 वॉलंटियर्स के ब्लड की सभी तरह की जांच के लिए सैंपल लिए गए। साथ ही कोरोना संक्रमण की आरटीपीसीआर जांच के लिए भी सैंपल कलेक्ट किए गए। इसके लिए ट्रॉयल करने वाली कंपनी के रिप्रेजेंटेटिव्स भी आए थे।

18 से 56 साल तक

वेडनसडे को 30 वॉलटियर्स के सैंपल लिए गए। सभी 18 साल से 56 साल तक के एज गु्रप में महिलाएं व पुरुष हैं। वाइस प्रिंसिपल डॉ.रिचा गिरि ने जानकारी दी कि कंपनी के प्रतिनिधि ब्लड सैंपल अपने साथ ही ले गए। जिसमें वह अपनी किसी निर्धारित लैब में टेस्ट कराएंगे। मेडिकली फिट होने पर ही इन वॉलटियर्स को वैक्सीन दी जाएगी। कानपुर में 20 लोगों को ट्रॉयल के दौरान यह वैक्सीन दी जानी है।