- पिछले महीने उन्नाव हाईवे पर ढाबा संचालक के हमले की वारदात में उत्कर्ष साहू की दादी ने तोड़ा दम

-हमले में घायल उत्कर्ष और सुमित की हो चुकी है मौत, नाती के सदमे में उत्कर्ष के बाबा ने तोड़ दिया था दम

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KANPUR : लखनऊ हाईवे पर बदरका मोड़ के पास पिछले महीने हुई मारपीट के मामले में वेडनसडे को चौथी मौत हुई। मारपीट के बाद इलाज के दौरान उत्कर्ष साहू की दादी ने भी सदमे में दम तोड़ दिया। इससे पहले उत्कर्ष के बाबा का भी सदमे में ही निधन हो गया था।

13 सितंबर का वो दिन

13 सितंबर की दोपहर एयरफोर्स में तैनात दोस्त संग्राम का कुछ सामान लेने के लिए सुमित अपने दोस्तों शुभम सिंह, उत्कर्ष, शुभम सेंगर और मंजुल के साथ निकला था। बदरका मोड़ पर कार किनारे खड़ी कर उत्कर्ष, शुभम सिंह और सुमित ढाबे से पान मसाला लेने गए। ज्यादा दाम लेने पर सामान न लेने की बात झगड़ा हुआ। जिसके बाद ढाबा संचालक रजोल मिश्रा ने अपने आधा दर्जन साथियों संग मिलकर तीनों को बेरहमी से पीटा था।

एक ही परिवार में तीन मौत

मारपीट में जख्मी सुमित की 15 सितंबर को मृत्यु हो गई। नाती के घायल होने की जानकारी मिलने पर उत्कर्ष के बाबा राम किशोर का सदमे में निधन हो गया। बाद में इलाज के दौरान 22 सितंबर को उत्कर्ष की मृत्यु हो गई। पति और नाती की मौत का सदमा बूढ़ी दादी भी सह नहीं सकीं और वेडनसडे को उनका भी निधन हो गया। इस तरह सवा महीने के अंदर ही घर में तीन मौतों से कोहराम मच गया।

पीडि़त पक्ष्ा का आरोप

पीडि़त पक्ष का आरोप है कि मुख्य आरोपी राजोल मिश्रा को उन्नाव पुलिस ने अभी तक गिरफ्तार नहीं किया है। दबंग व राजनैतिक बाहुबली होने के कारण पुलिस उसको बचा रही है।