कानपुर(ब्यूरो)। वल्र्ड एनवॉयरमेंट डे पर नगर निगम कानपुराइट्स को 2.5 हेक्टेयर ग्रीन बेल्ट की सौगात देने जा रहा है। नगर निगम फर्टिलाइजर चौराहे सरायमीता हाईवे के किनारे 2.5 हेक्टेयर में ग्रीन बेल्ट तैयार कर रहा है। लाखों रुपये की लागत से ग्रीन बेल्ट में 80 हजार पौंधे लगाए जा रहे हैैं। करीब 36 प्रजातियों के पौधों के साथ-साथ मेडिसीन, फूड समेत कई तरह के पौधे लगाए जा रहे है। हाईवे पर सबसे ज्यादा वाहनों के प्रदूषण के चलते लोगों को सांस लेना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में हाईवे किनारे की ग्र्रीनरी न केवल लोगों को राहत की सांस देगी बल्कि शहर के सौंदर्यीकरण को और भी निखारेंगी।

अवैध कब्जे हटा कर ग्रीन बेल्ट
नगर निगम उद्यान विभाग के प्रभारी डा। वीके सिंह ने बताया कि शहर में कई जगहों पर सरकारी जमीनों पर अवैध रुप से अतिक्रमण है। जिन्हें चिन्हित कर अतिक्रमण मुक्त करा वहां ग्रीन बेल्ट तैयार की जा रही है। इसके अलावा लोगों के अपील भी की जा रही है कि वह ग्रीन बेल्ट को गोद लेकर उसके सौंदर्यीकरण और पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी को पूरा करने के लिए आगे आए। वह आज के लिए नहीं बल्कि आगे के विजन को देखते हुए अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए पर्यावरण को बढ़ाने के लिए जागरूक हो।

तीन साल में 9 ग्रीन बेल्ट
नगर निगम ने नमो वन योजना के तहत 9 ग्रीन बेल्ट की सौगात दे चुका है। लाखों रुपये खर्च कर ग्रीन बेल्ट तैयार की गई और उसमें लाखों की संख्या में अलग-अलग प्रजातियों के पौधे लगाए गए है। शहर में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए यह ग्रीन बेल्ट न केवल लोगों को राहत दे रही बल्कि हरियाली से उस इलाके के स्वरूप में बदल गया है।

&& पर्यावरण दिवस पर सरायमीता हाईवे किनारे 2.5 हेक्टेयर ग्रीन बेल्ट तैयार की जा रही है। जिसमें 80 हजार पौधे लगाए जा रहे है। यह करीब 36 प्रजातियों के पौधे है। जो पर्यावरण के साथ-साथ हेल्थ, फूड व अन्य प्रजातियों है। तीन साल में नगर निगम ने 9 ग्रीन बेस्ट तैयार किए है। आगे भी कई योजना चल रही हैैं.&य&य
-डॉ। वीके सिंह, उद्यान अधिकारी नगर निगम
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क्या है ग्रीन बेल्ट के गोद लेने की प्रक्रिया
- पांच सौ रुपये का नगर निगम के उद्यान विभाग के नाम पर डीडी जमा करनी होती है
- तीन सदस्यीय टीम जिसमें अपर नगर आयुक्त, उद्यान विभाग के प्रभारी व स्थानीय पार्षद की कमेटी स्वीकृति देती है
- आगे के वर्षों के लिए रिन्यूवल फ्री ऑफ कास्ट किया जाता है।