कानपुर (ब्यूरो)। एनओसी के कारण शहर में लटके हुए डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स के फिर से शुरू होने के का रास्ता साफ हो गया है। कचहरी के पास तहसील कैम्पस में मल्टीलेवल पार्किंग को भी ग्रीन सिग्नल मिल गया है। पार्किंग के निर्माण से पहले यहां खोदाई का काम भी शुरू हो गया है। जल निगम की कंपनी कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेज (सीएंडडीएस) ने प्रस्तावित स्थल पर लेवलिंग के साथ ही स्वाइल टेस्टिंग के लिए खोदाई का काम शुरू किया है। इससे पहले विभाग ने यहां बने आरआई बंगला और पुराने आवासीय भवन को ध्वस्त करने या शिफ्ट करने के लिये भी नगर निगम को पत्र लिखा था। दो दिन पहले चुन्नीगंज स्थित कन्वेंशन सेंटर का रुका काम भी एएसआई से एनओसी मिलने के बाद शुरू हो गया है.
10 मीटर पीछे हटाकर बनाएंगे
पुरातत्व विभाग (एएसआई) की आपत्ति के बाद मल्टीलेवल पार्किंग के प्रस्तावित भवन को 10 मीटर पीछे हटाते हुए बनाने का फैसला लिया गया है। ताकि, पुरातत्व विभाग की आपत्ति से बचा जा सके। गोरा कब्रिस्तान से 300 मीटर की परिधि से बाहर पार्किंग को बनाये जाने के लिए संशोधित ले-आउट भी तैयार किया है। सीएंडडीएस के प्रोजेक्ट मैनेजर सर्वेश वर्मा ने बताया कि इससे पहले गोरा कब्रिस्तान से 290 मीटर दूरी पर प्रस्तावित मल्टीलेवल पार्किंग को लेकर एएसआई ने एनओसी देने से मना कर दिया था। अब 10 मीटर दूरी बढ़ा दी गई है।
लैैंड खाली कराने के लिए लेटर
यहां जर्जर हो चुके आरआई बंगला और पुराने आवासीय बिल्डिंग को ध्वस्त कर लैैंड को खाली कराना जरूरी है। इसको लेकर नगर आयुक्त शिवशरणप्पा जीएन को पत्र लिखा है। इसके साथ ही एएसआई को एनओसी के लिए अनुमति मांगी गई है। प्रोजेक्ट मैनेजर ने कहा है कि अभी 15 मीटर ऊंची पार्किंग बनाने का प्रतिबंध है। जिससे प्रस्तावित पार्किंग की क्षमता कम होने और उसके यूज पर भी असर पड़ेगा।
47 करोड़ रुपये का टेंडर
स्मार्ट सिटी की वीआईपी रोड पर लगने वाले जाम से मुक्त दिलाने के लिए सात मंजिला मल्टीलेवल पार्किंग बनाई जानी है। इसमें 348 फोर विलर व्हीकल के साथ ही 176 टू विलर व्हीकल की पार्किंग भी होगी। इस स्कीम में 47 करोड़ रुपये के टेंडर भी हुए थे। गंगा इंफ्राबिल्ट प्राइवेट लिमिटेड को इसका टेंडर मिला है। हांलाकि अधिकारियों की मानें तो मल्टीलेवल पार्किंग को और ऊंचा बनाने का भी प्लान चल रहा है.