कानपुर (ब्यूरो)। लगातार 45 डिग्री सेल्सियस की गर्मी ने लोगों की सेहत बिगाड़ दी है। हैलट व उर्सला के मेडिसिन डिपार्टमेंट की ओपीडी में पेशेंट की लंबी लाइन लग रही है। ट्यूजडे को हैलट के मेडिसिन डिपार्टमेंट में 900 पेशेंट ने दिखाया। जिसमें से 400 से अधिक पेशेंट डायरिया, पेट दर्द, दस्त, उल्टी, हाई बीपी की समस्या लेकर पहुंचे। वहीं उर्सला हॉस्पिटल में ट्यूजडे को मेडिसिन डिपार्टमेंट में 450 पेशेंट ने दिखाया। ज्यादातर पेशेंट हीट वेव से प्रभावित थे। स्किन डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ। डीपी शिवहरे ने बताया कि गर्मी की वजह से फंगल इंफेक्शन, स्किन सन बर्न समेत कई समस्या लेकर पेशेंट ट्रीटमेंट के लिए आ रहे हैं।

पहले से विभिन्न रोगों से ग्रसित लोगों की करे अधिक केयर

जीएसवीएम मेडिकल कालेज के मेडिसिन डिपार्टमेंट के प्रो। एसके गौतम ने बताया कि इन दिनों ओपीडी में गर्मी से प्रभावित होकर अधिक पेशेंट आ रहे हैं। अधिकतर पेशेंट डायरिया, पेट दर्द, दस्त, उल्टी व डिहाईड्रेशन की वजह से हाई बीपी के आ रहे है। वहीं किडनी की बीमारी से ग्रस्त पुराने पेशेंट भी विभिन्न समस्या लेकर फॉलोअप के हॉस्पिटल में आ रहे हैं। उन्होंने दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के माध्यम से कानपुराइट्स के ऐसी भीषण गर्मी में दिन में इमरजेंसी में ही घर से बाहर निकलने की अपील की। इसके अलावा पहले से विभिन्न रोगों से ग्रसित व बच्चों का ख्याल अधिक रखने की जरूरत है।

पैथोलॉजी में जांच के लिए लंबी लाइन

गर्मी अपने चरम सीमा पर है। लिहाजा इससे प्रभावित होकर बड़ी संख्या में लोग कई प्रकार के लक्षण लेकर ट्रीटमेंट के लिए हॉस्पिटल में पहुंच रहे हैं। जिनको डॉक्टर्स लक्षण के मुताबिक ट्रीटमेंट शुरु कर संबंधित जांच कराने को बोलते हैं। जिससे बीमारी का स्पष्ट कारण सामने आ सके। लिहाजा इस दौरान हैलट व उर्सला की पैथोलॉजी में भी पेशेंट की लंबी कतारे देखने को मिल रही हैं।