कानपुर(ब्यूरो)। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल में वीआईपी वार्ड के नाम से जाना जाने वाला प्राइवेट-50 वार्ड लगभग 17 साल के बाद एक बार फिर नई सुविधाओं के साथ चालू होने जा रहा है। जिसमें पेशेंट्स को बहुत कम पैसे में प्राइवेट हॉस्पिटल जैसी सुविधाएं मिलेंगी। वार्ड के रीडेवलपमेंट का काम लगभग पूरा हो चुका है। सितंबर तक इस प्राइवेट वार्ड की सुविधा कानपुराइट्स को मिलने लगेगी। इस प्राइवेट वार्ड में पेशेंट व उनके अटेंडेंट को थ्री स्टार जैसी सुविधा मिलेगी।

देखरेख के अभाव खराब हो गया था
अंग्रेजों के जमाने में बना यह प्राइवेट 50 वार्ड देखरेख के अभाव में 17 साल पहले इसे बंद कर दिया गया था। इस प्राइवेट वार्ड में शहर के साथ आसपास के जिलों के वीआईपी इलाज के लिए भर्ती होते थे। बीते वर्ष अस्पताल में प्राइवेट रूम की संख्या कम होने और डिमांड अधिक होने पर मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने 50 नंबर प्राइवेट वार्ड को दोबारा चालू करने का निर्णय लिया। शासन से वार्डों के रीडेवलपमेंट के लिए 16 करोड़ रुपए मंजूर होने पर पिछले महीने इसका रीडेवलपमेंट शुरू किया गया था।

500 रुपए डेली रेंट पड़ेगा
मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों के मुताबिक सिटी के अन्य बड़े प्राइवेट हॉस्पिटल की तरह प्राइवेट 50 वार्ड में सुविधाएं मिलेंगी। जबकि इसका रेंट प्राइवेट हॉस्पिटल की अपेक्षा काफी कम होगा। फिलहाल वार्ड के दोबारा खोलने पर इसका रेंट 500 रुपए डेली निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि वार्ड के सभी रूम फुली एयरकंडीशंड होंगे।

किचन से लेकर टॉयलेट तक
हैलट के प्राइवेट 50 वार्ड में कुल 50 कमरे हैं। पेशेंट के लिए 24 कमरे ग्राउंड फ्लोर व 24 फस्र्ट फ्लोर में है। एक कमरा डॉक्टर और एक नर्सिंग स्टॉफ के लिए है। यह वार्ड आर्थो डिपार्टमेंट के पास बना है। हर वार्ड में एक कमरा, बरामदा, किचन, टॉयलेट व बाथरूम है। एसी, पंखा व एलईडी की सुविधा भी प्राइवेट 50 वार्ड में उपलब्ध होगी।

ऑक्सीजन प्लांट के साथ ग्रीन एरिया
प्राइवेट 50 वार्ड के सामने 20 हजार लीटर क्षमता का एक ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया है। जिसके माध्यम से वार्ड के सभी कमरों में 24 घंटे पाइप्ड ऑक्सीजन दी जाएगी। वार्ड के पास खाली पड़ी जगह पर पार्क बनाकर ग्रीन एरिया डेवलप किया जाएगा। इसके साथ ही पार्क में औषधि युक्त व अधिक आक्सीजन वाले पौधों को लगाया जाएगा।

प्राइवेट-50 वार्ड
-2 फ्लोर का है प्राइवेट वार्ड
-24 रूम हैं एक फ्लोर पर
-2 रूम डॉक्टर्स, नर्स के लिए
-20 हजार लीटर का ऑक्सीजन प्लांट
-500 रुपए रूम का चार्ज पर डे
-17 साल से बंद पड़ा है वार्ड
-16 करोड़ से हो रहा रीडेवलपमेंट