कानपुर (ब्यूरो) नरवल तहसील क्षेत्र के बिरहर गांव निवासी रामकुमार दिवाकर होमगार्ड में नौकरी करते है। उन्होंने बीते कई वर्ष पहले गांव के किनारे स्थित तालाब की जमीन पर कब्जा करके मकान का निर्माण करवा दिया था, जिसका मामला बीते दिनों से हाईकोर्ट में चल रहा था। हाईकोर्ट ने सरकारी रिकॉर्ड चेक किया तो वहां पर तालाब की जमीन अंकित थी।

तहसीलदार को किया निर्देशित

इस पर हाईकोर्ट ने कब्जेदार होमगार्ड को बेदखली के साथ तालाब की जगह पर किए गए कब्जे को छोडऩे का आदेश किया था, साथ ही नरवल तहसीलदार को आदेश का पालन कराने के लिए निर्देशित किया था। हाईकोर्ट के आदेश के बाद नरवल तहसील की सख्ती देख कब्जेदार मकान मालिक रामकुमार दिवाकर ने जेसीबी से अपना बना मकान ढहाना शुरू कर दिया है।

खुद चलवाया जेसीबी

खुद के बने मकान को जेसीबी से ढहाये जाने की चर्चा आसपास गांव में जोरों से हो रही। मामले में एसडीएम नरवल गुलाब चंद्र अग्रहरि ने बताया कि कब्जेदार को तालाब की भूमि से बेदखली का आदेश देने के साथ अवैध कब्जा छोडऩे का नोटिस दिया गया था। इस पर वह खुद अपना मकान गिरा रहा है।