- टीएसआई व एचसीपी के चालान का टारगेट भी पूरा करते होमगार्ड

- सिटी के कई चौराहों पर होमगार्ड ही ट्रैफिक कंट्रोल करते दिखते

KANPUR: सिटी के चौराहों का ट्रैफिक कंट्रोल करने की जिम्मेदारी तो ट्रैफिक सिपाही, एचसीपी व टीएसआई के कंधों पर होती है, लेकिन हकीकत में अधिकांश चौराहों का ट्रैफिक होमगार्ड कंट्रोल करते दिखाई देते हैं। जरीबचौकी, अफीमकोठी हो या फिर कोकाकोला चौराहा, यहां आपको ट्रैफिक पुलिस तो दिखेगी लेकिन चौराहों के किनारे आराम करती हुई। नियम के मुताबिक चौराहे के ट्रैफिक का संचालन सिपाही को करना चाहिए। होमगार्ड चौराहों पर ट्रैफिक एचसीपी व टीएसआई की हेल्प के लिए तैनात किए जाते हैं।

चालान भी होमगाडर् ही करते

ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर व एचसीपी को दिया जाने वाला चालान टारगेट भी होमगार्ड ही कर रहे हैं। चौराहों पर होमगार्ड एचसीपी व टीएसआई के मोबाइल से ट्रैफिक रूल्स तोड़ने वालों की फोटो खींचते हैं। जिसके बाद वह खींची गई फोटो को टीएसआई व एचसीपी को देते हैं। टीएसआई व एचसीपी खुद फोटो खींच कर ई-चालान करने के बजाए होमगार्ड द्वारा दी गई फोटो के आधार पर मोबाइल से अपनी आईडी से चालान भरते है। नियमानुसार व्हीकल का चालान खुद टीएसआई व एचसीपी को ही करना चाहिए।

साहब लगे वीआईपी ड्यूटी में

अफीमकोठी चौराहों पर सैटरडे को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम पहुंची तो एक सिपाही मंदिर के पास छांव में खड़ा था। वहीं होमगार्ड चौराहों के बीच मे लगे बूथ में खड़ा होकर ट्रैफिक कंट्रोल कर रहा था। जब टीम ने चौराहों के किनारे बैठे एक होमगार्ड से पूछा की टीएसआई व एचसीपी कहा गए। जो चौराहों पर तैनात किए गए है। इस पर होमगार्ड ने जवाब दिया कि साहब की वीआईपी ड्यूटी लगी है इस लिए मैं यहरं ट्रैफिक का संचालन करा रहा हूं।

अधिकतर चौराहों पर यहीं सीन

ये चौराहे ही नहीं बल्कि लगभग सभी चौराहों पर ऐसा ही सीन आपको देखने को मिलेगा। जहां होमगार्ड चौराहों का ट्रैफिक संचालन करते हुए दिखाई देंगे। हालांकि ऐसा भी नहीं है की सभी ट्रैफिक सिपाही अपनी ड्यूटी को नहीं निभाते हैं। डिपार्टमेंट में कुछ ऐसे भी सिपाही व टीएसआई है जो कड़ी धूप में भी चौराहों पर पसीना बहाते दिखाई देते हैं।