-कोरोना निपटने की तैयारियों को लेकर मेडिकल एजुकेशन मिनिस्टर और प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल से की बात

-कोरोना वायरस के ट्रीटमेंट में लगे डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ मेंबर्स नहीं जा सकेंगे अपने घर, रहना होगा क्वारन्टीन पर

KANPUR: कोरोना वायरस को लेकर तैयारियों पर मेडिकल एजुकेशन मिनिस्टर और प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने मेडिकल कॉलेजों के प्रिंसिपल्स के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की। इस दौरान कोरोना वायरस के इलाज करने वाले डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टॉफ के क्वारानटीन को लेकर भी बात हुई। मालूम हो कि कोरोना वायरस पेशेंट्स का ट्रीटमेंट करने वाले डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टॉफ को लेकर भी गाइडलाइन है। इसके तहत वह कोरोना वायरस का इलाज करने वाले डॉक्टर्स व पैरामेडिकल स्टॉफ के लोग घर नहीं जा सकेंगे। उन्हें भी क्वारानटीन पर रहना होगा।

300 से ज्यादा का स्टाफ

जीएसवीएम मेडिकल कालेज की प्रिंसिपल डॉ.आरती लालचंदानी ने बताया कि हमारे पास अटैच्ड टायलेट वाले रूम बेहद सीमित हैं। जबकि कोरोना वायरस के ट्रीटमेंट में 300 से ज्यादा का स्टाफ लगेगा। ऐसे में इनके क्वारन्नटीन के लिए शासन से बात की गई है। शासन ने सुझाव मिला है कि वह मेडिकल कॉलेज के आसपास के कुछ होटलों के कमरों को ले सकते हैं। अभी शासन को मेडिकल कालेज के पास स्थित दो होटलों के नाम बताए हैं। जिन्हें पैरामेडिकल स्टॉफ के क्वारन्टीन के लिए टेकओवर किया जा सकता है।