कानपुर (ब्यूरो) दरअसल पहले यूपीपीसीएल मंथली रेवेन्यू टारगेट देता था। जिसे महीने के आखिर तक केस्को ऑफिसर्स को पूरा करना होता था। टारगेट से कम रेवेन्यू वसूल पाने वाले डिवीजन के ऑफिसर्स के खिलाफ कार्रवाई भी होती थी। पर पहली बार जनवरी में मंथली के साथ डे वाइज रेवेन्यू टारगेट दिया जा रहा है। वह भी डिवीजन वाइज, जिसे डिवीजन के ऑफिसर्स को सबस्टेशवाइज डिवाइड कर संबंधित एसडीओ को देना है। 3 जनवरी के लिए सभी 20 डिवीजंस को मिलाकर 1280.90 लाख रुपए का टारगेट दिया गया है। वहीं 4 जनवरी का रेवेन्यू टारगेट और बढ़ाकर 1320.7 लाख रुपए कर दिया गया हैं।

बिलिंग की शुरुआत नहीं
केस्को अब तक कन्ज्यूमर्स के घर, दुकानों आदि में जाकर इलेक्ट्रिसिटी बिल जेनरेट करने की शुरुआत नहीं कर सका है। जबकि प्रतिदिन रेवेन्यू टारगेट मिलने से केस्को के एक्सईएन, असिसटेंट इंजीनियर और जूनियर इंजीनियर परेशान है। उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि रेवेन्यू कहां से लाएं? पर यूपीपीसीएल का आदेश होने की वजह से वह खुलकर विरोध भी नहीं जता पा रहे हैं। दबी जुबान उन्होंने कहा कि हर महीने की 5 तारीख से पहले डोर टू डोर इलेक्ट्रिसिटी बिलिंग शुरू नहीं हो पाती है। इस महीने भी 5 जनवरी से केस्को के बिलिंग की शुरुआत होने की संभावना है। एक वीक की ड्यू डेट होती है, इसलिए मंथ के फस्र्ट वीक के बाद ही लोग इलेक्ट्रिसिटी बिल जमा करते हैं। इस बीच सैलरी भी आ जाती है।

तीन-तीन महीने का एक साथ
हर महीने टोटल कन्ज्यूमर्स 6.95 लाख में से 25 परसेंट ऐसे होते हैं, जो बिलिंग मंथ में इलेक्ट्रिसिटी बिल नहीं जमा करते हैं। एक लाख तक ऐसे कन्ज्यूमर होते हैं जो 2-2,3-3 महीने का बिल एक साथ जमा करते हैं। जनरली इन कन्ज्यूमर्स पर बकाया धनराशि 5 हजार के आसपास ही होती है। कोई मजबूरी मानकर आमतौर पर कनेक्शन भी नहीं काटा जाता है। जिससे उन्हें डिसकनेक्शन व रीकनेक्शन चार्ज की 700 रुपए से अधिक धनराशि जमा करनी पड़े। हालांकि छोटे बकाएदारों के कनेक्शन काटे जाने पर पहले केस्को को खासे विरोध का सामना करना पड़ चुका है।

कनेक्शन काटना मजबूरी
जनरली अब एक-दो महीने बिल जमा करने वालों का डिसकनेक्शन नहीं किया जाता है। बल्कि तीसरे महीने से बकाया बिल पर इंट्रेस्ट बढ़ाकर 2 परसेंट कर दिया जाता है। इंजीनियर्स के मुताबिक डेली मिल रहे टारगेट को पूरा करने के लिए इन कन्ज्यूमर्स के कनेक्शन काटना मजबूरी हो जाएगा। केस्को के चीफ इंजीनियर संजय अग्र्रवाल ने बताया कि बिजली की खरीददारी के लिए अब पहले पैसा चुकाना होता है। वैसे भी डयू डेट के बाद कनेक्शन काटने का प्राविधान है। बिल में इसकी जानकारी भी रहती है। इसलिए किसी तरह की परेशानी से बचने के लिए कन्ज्यूमर्स को ड्यू डेट के भीतर बिल जमा करना चाहिए।

अब डेट वाइज रेवेन्यू टारगेट
डिवीजन-- 3 जनवरी-- 4 जनवरी
नवाबगंज- 77.8 लाख- 80.0 लाख
फूलबाग- 63.1 लाख-- 65.1 लाख
जरीबचौकी- 47.8 लाख- 48.8 लाख
आलूमंडी- 36.1 लाख-- 37.0 लाख
बिजलीघर परेड- 66.2लाख-67.8 लाख

गुमटी- 47.2 लाख- 48.6 लाख
दादानगर- 288.6 लाख- 298.7 लाख
गोविन्द नगर- 36.1 लाख- 37.3 लाख
बर्रा विश्व बैंक- 30.3 लाख- 31.3 लाख
पराग डेयरी- 35.5 लाख- 36.5 लाख
किदवई नगर- 53.1 लाख- 54.6 लाख

जाजमऊ- 82.0 लाख- 84.5 लाख
हैरिसगंज- 81.6 लाख- 84.4 लाख
नौबस्ता- 44.9 लाख- 46.3 लाख
देहलीसुजानपुर- 49.1 लाख- 50.6 लाख
हंसपुरम- 30.0 लाख- 30.8 लाख

कल्याणपुर-62.9 लाख-65.0 लाख
विकास नगर-39.7 लाख-41.0 लाख
सर्वोदय नगर-55.2लाख- 56.9 लाख
रतनपुर-52.2लाख- 54.6 लाख
टोटल-1280.9 लाख-- 1320.7 लाख