कानपुर (ब्यूरो) डायरेक्टर प्रो। अभय करंदीकर ने बताया कि बताया कि दो वर्ष में 250 से अधिक पेशेवरों ने ई-मास्टर कोर्स में रुचि दिखाई है। तीनों कार्यक्रम में प्रतिभागी डिजिटल प्लेटफार्म की मदद से संस्थान के टीचर्स से आनलाइन सीखेंगे। संचार प्रणाली कोर्स में संचार उपकरणों, कंप्यूटर व इलेक्ट्रानिक्स, इलेक्ट्रिकल, आप्टोइलेक्ट्रानिक्स, फाइबर, नेटवर्क उपकरण व वर्चुअलाइजेशन, दूरसंचार, इंटरनेट आफ ङ्क्षथग्स व सिग्नल प्रोसेङ्क्षसग को सिखाया जाएगा। इससे 5जी व 6जी संचार के क्षेत्र में प्रशिक्षित पेशेवरों की कमी पूरी होगी।

साइबर खतरों का कर सकेंगे मुकाबला

साइबर सुरक्षा कार्यक्रम में साइबर खतरों व चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए तकनीक सिखाई जाएगी। ऊर्जा क्षेत्र, इकनॉमिक्स व मैनेजमेंट में बिजली क्षेत्र की वैचारिक समझ, आगे की चुनौतियों व अवसरों को बताया जाएगा। ई-मास्टर कोर्सेज पेशेवरों के लिए नए दौर का पीजी डिग्री प्रोग्राम है। अभ्यर्थी एक से तीन वर्ष में इसे कर सकते हैं। कोर्स के बाद स्टूडेंट्स प्लेसमेंट ड्राइव में प्रतिभाग कर सकेंगे और इन्क्यूबेशन सेल के सहयोग से स्टार्टअप कर सकेंगे। क्रेडिट माक्र्स के आधार पर प्रतिभागी सीनेट की मंजूरी के बाद संस्थान में नियमित एमटेक या पीएचडी कोर्स में स्थानांतरित हो सकेंगे।