अपने शेयर बाज़ारों में पिछले कुछ दिनों से छाई हुई मंदी के चलते भारत 'ट्रिलियन डॉलर क्लब' से मंगलवार को बाहर हो गया था। लेकिन बुधवार को सेंसेक्स में 510 अंकों के उछाल से भारत का बाज़ार पूंजीकरण बढ़कर 1.02 ट्रिलियन डॉलर हो गया है।

हालांकि भारतीय बाज़ार का आकार ट्रिलियन डॉलर के स्तर से थोड़ा ही ऊपर है और रुपए या स्टॉक मूल्य में लगभग 2.4 फीसदी की गिरावट ही देश को एक बार फिर इन देशों के क्लब से अलग कर सकती है।

ट्रिलियन डॉलर के शेयर बाज़ार वाले देशों में अब भारत समेत कुल 14 देश हैं। इन देशों में अमरीका, ब्रिटेन, कनाडा, ब्राज़ील, ऑस्ट्रेलिया, हॉन्गकोंग, दक्षिण कोरिया, चीन, जापान, स्पेन, जर्मनी, स्विट्ज़रलैंड और फ्रांस भी शामिल हैं।

भारतीय शेयर बाज़ार ने अपने इतिहास में पहली बार ट्रिलियन डॉलर का मुक़ाम करीब साढ़े चार साल पहले मई, 2007 में हासिल किया था।

हालांकि उसके एक साल बाद ही जुलाई, 2008 में इस 'ट्रिलियन डॉलर क्लब' की सदस्यता भारत के हाथ से फिसल गई थी। लेकिन इसके एक साल बाद ही जून, 2009 में भारत ने फिर से यह तमगा हासिल कर लिया था।

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