-कोविड पेशेंट्स के लिए बेड, ऑक्सीजन, रेम्डेसिसवर, एंबुलेंस आदि जरूरतों को पूरा करने के आईआईटी ने लांच की वेबसाइट

-इस वेबसाइट पर कोविड पेशेंट्स की जरूरत की हर अथंटिक जानकारी कांटैक्ट नंबर और उपलब्धता के साथ मिल जाएगी

KANPUR: अगर आप या आपकी फैमिली में कोई कोरोना पेशेंट है और आप आईसीयू बेड, प्लाज्मा, एयर एंबुलेंस, ऑक्सीजन सिलेंडर, रेम्डेसिविर इंजेक्शन, फेबीफ्लू आदि मेडिसिन या डाक्टर की सलाह के लिए परेशान हैं। आपकी इन मुश्किलों को दूर करने के लिए आईआईटी कानपुर ने इंडिया कोविड सपोर्ट वेबसाइट तैयार की है। इस वेबसाइट पर कोविड पेशेंट्स की जरूरत की हर जानकारी कांटैक्ट नंबर और उपलब्धता के साथ मिल जाएगी।

एक ही प्लेटफॉर्म पर

कोरोनावायरस का हमला इन दिनों काफी तेज है। कोरोना के घातक हमले की वजह से लोग हॉस्पिटल, बेड, दवाएं ही नहीं एंबुलेंस व ऑक्सीजन तक के लिए भटक रहे हैं। समय पर दवाइयां और ऑक्सीजन न मिलने से अब तक दर्जनों पेशेंट दम तोड़ चुके हैं। इन समस्याओं को देखते हुए आईआईटी कानपुर ने इंडिया कोविड सपोर्ट नाम की वेबसाइट बनाई है। इसमें कानपुर के अलावा यूपी के लखनऊ व वाराणसी, छत्तीसगढ़ के नया रायपुर, नई दिल्ली और मुंबई को भी शामिल किया गया है। इस वेबसाइट पर कानपुर में कोविड पेशेंट के लिए रेम्डेसिविर, फेबीफ्सू, टोसीजुमाब आदि मेडिसिन के अलावा हॉस्पिटल बेड, कोविड टेस्ट, प्लाज्मा डोनर, आक्सीजन सिलेंडर आदि की जानकारी कांटैक्ट नम्बर के साथ उपलब्ध है।

हर संभव मदद मिलेगी

वेबसाइट पर दिए नम्बर्स के जरिए कोविड पेशेंट व उनके फैमिली मेंबर्स की कुछ परेशानियां हल हो सकती हैं.आईआईटी के डायरेक्टर अभय करंदीकर ने इस वेबसाइट को बनाने वाली आईआईटी टीम को धन्यवाद दिया। कहा कि इस वेबसाइट पर कोविड -19 से प्रभावित फैमिलीज को जरूरत की काफी वेरीफाइड और अथंटिक जानकारियां मिल जाएंगी। जिससे उनकी परेशानियां कुछ हद तक जरूर कम जाएंगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस समय देश मुश्किल घड़ी से गुजर रहा है। हर व्यक्ति संस्था को आगे आकर हर संभव मदद करनी चाहिए।

ऐसे मिलेंगी जरूरत की जानकारियां

- डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.इंडियाकोविडसपोर्ट। कॉम पर क्लिक कीजिए

-क्लिक करते ही इंडिया कोविड सपोर्ट पेज खुलेगा।

-इसमें कानपुर, लखनऊ आदि शहरों के नाम से ऑप्शन आएंगे

-कानपुर ऑप्शन को सेलेक्ट कर क्लिक कीजिए

- आपके सामने एयर एंबुलेंस, एंबुलेंस, कोविड कंसलटेशन विद डॉक्टर, कोविड टेस्ट, इमरजेंसी नम्बर्स, एबीफ्लू, होम मेड फूड, हॉस्पिटल बेड, आईसीयू, आईसीयू होम सेटअप, मेडिसिन, ऑक्सीजन, प्लाज्मा डोनर, रेम्डेसिविर आदि ऑप्शन नजर आएंगे।

-मान लीजिए आपने एयर एंबुलेंस सेलेक्ट किया तो उसमें तीन प्रोवाइडर के नाम, सेलफोन नम्बर नजर आएंगे। इसमें उनके वेरीफिकेशन प्रॉसेस और लास्ट वेरीफाइड ऑवर की भी जानकारी होगी

- इन कांटैक्ट नम्बर के जरिए बिना दौड़ भाग के आपकी परेशानी काफी कुछ हद तक हल हो सकती है।

ड्रोन के जरिए पहुंचेगी वैक्सीन

बढ़ते कोरोनावारयस इंफेक्शन को देखते हुए अब और तेजी से वैक्सीनेशन की तैयारी की गई है। एक मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को भी वैक्सीन लगाई जाएगी। इनकी संख्या भी 60 प्लस व 40 प्लस एज ग्रुप के लोगों से काफी अधिक होगी। यानि की वैक्सीनेशन का फेज पिछले चरणों से काफी अधिक बढ़ा होगा और वैक्सीन की भी जरूरत होगी। ऐसे में वैक्सीन को देश के सभी चुने गए वैक्सीनेशन सेंटर्स तक पहुंचाना भी एक बड़ी चुनौती साबित होगा। इस समस्या को देखते हुए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने ड्रोन के जरिए वैक्सीन पहुंचाने की संभावनाओं की स्टडी के लिए आईआईटी कानपुर से हाथ मिलाया है।