- कोरोना संक्रमण फैलाने के आरोप पर हुए थे अरेस्ट, जब्त कर लिए गए थे पासपोर्ट और वीजा

KANPUR: करीब एक साल पहले मार्च के आखिरी हफ्ते में ही कानपुर में कोरोना वायरस का आउटब्रेक हुआ था। उस दौरान दिल्ली से आए कई जमातियों को पुलिस ने कोरोना वायरस संक्रमण फैलाने के आरोप में गिरफ्तार भी कर लिया था। इनमें कई विदेशी जमाती भी थे। जोकि गिरफ्तारी के बाद से कानपुर में ही थे। पुलिस ने इन्हें जेल भेजने के साथ ही इनके पासपोर्ट और वीजा भी जब्त कर लिए थे। वहीं अब उनमें से चार जमाती जोकि अफगानिस्तान से हैं। वह अपने मुल्क वापस लौट गए हैं। बीते दिनों इन चारों जमातियों ने कोर्ट में अपना जुर्म कबूल कर लिया था। जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें जेल में बिताए गए वक्त को बतौर सजा पर्याप्त मानते हुए उन्हें डेढ़ हजार रुपए का जुर्माना लगाकर वीजा पासपोर्ट देकर वतन वापसी की प्रक्रिया शुरू करने का आदेश ि1दया था।

बाबूपुरवा की मस्जिद से हुए थे अरेस्ट

एक अप्रैल 2020 को बाबूपुरवा की सुफ्फा मस्जिद से वहां ठहरे 8 जमातियों को अरेस्ट किया गया था। गिरफ्तार जमातियों में 4 अफगानिस्तान, 3 ईरान और एक ब्रिटेन के रहने वाले थे। इन पर आरोप लगा था कि उन्होंने लॉकडाउन और महामारी एक्ट के नियमों का उल्लंघन किया। साथ ही टूरिस्ट वीजा पर धर्म प्रचार कर रहे थे। इंस्पेक्टर बाबूपुरवा देवेंद्र विक्रम सिंह ने जानकारी दी कि कोर्ट के आदेश के बाद चारों अफगानी नागरिकों के पासपोर्ट और वीजा रिलीज कर दिए गए थे। 5 दिन पहले ही चारों अफगानी अपने मुल्क लौट गए। जबकि चार विदेशी जमातियों के खिलाफ अभी भी कोर्ट में मामला विचाराधीन है।