- कानपुर से मानिकपुर रूट पर एलॉट किया गया न्यू मेमू का रैक, एनसीआर रीजन का पहला रैक है यह, जल्द और रैक आएंगे कानपुर

- 80 किमी की रफ्तार से अभी चित्रकूट रूट पर चलाई जा रही है ट्रेनें, ट्रैक अपडेट होने के बाद 120 किमी की रफ्तार से चलने लगेंगी

- 04 घंटे के करीब समय लगेगा कानपुर से चित्रकूट पहुंचने में

- 05 से 5:30 घंटे अभी लग जाते है कानपुर से चित्रकूट पहुंचने में

KANPUR। कानपुर से श्रीराम तपो भूमि चित्रकूट की रेल जर्नी अब और आसान होगी। कानपुर से चित्रकूट तक जाने और आने में आपकी जर्नी में कोई दिक्कत न फेस करनी पड़ी इसके लिए रेलवे ने तैयारी पूरी कर ली है। दरअसल, एनसीआर रीजन का आधुनिक तकनीकी से लैस पहले मेमू रैक को रेलवे ने कानपुर-मानिकपुर रूट में एलॉट कर दिया है। इस रूट पर न्यू टेक्नोलॉजी से लैस रैक का संचालन शुरू कर दिया गया है। ट्रैक अपडेट होते ही साढ़े पांच घंटे की जगह तकरीबन चार घंटे में ही चित्रकूट पहुंच जाएंगे।

स्लीपर ट्रेन में जर्नी जैसा अहसास

रेलवे अधिकारियों कि माने तो कपूरथला में तैयार की गई यह आधुनिक तकनीक से लैस लोकल ट्रेन में स्लीपर ट्रेन में जर्नी करने सा एहसास होता है। इस रैक में वह सभी सुविधाएं है। जो नार्मल स्लीपर कोच में होती है। पुराने मॉडल की मेमू रैक की अपेक्षा नए रैक की अधिकतम स्पीड अधिक होती है।

सीसीटीवी से लेकर टॉयलेट

कानपुर सेंट्रल स्टेशन डायरेक्टर हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि आधुनिक तकनीक से लैस इस लोकल ट्रेन के रैक में सीसीटीवी कैमरे से लेकर टॉयलेट तक ही सुविधा है। पैसेंजर्स की सुरक्षा को देखते हुए इसमें सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है। जिसका कंट्रोल रूम ड्राइवर के पास है। ड्राइवर सामने लगी स्क्रीन पर किसी भी कोच का सीन देख सकता है।

सुबह 6:10 बजे कानपुर से होती रवाना

यह ट्रेन कानपुर से डेली सुबह 6:10 बजे रवाना होती है। जो गोविंदपुरी, घाटमपुर, हमीरपुर, बांदा होते हुए चित्रकूट में सुबह 11:17 बजे पहुंचाती है। मानिकपुर यह ट्रेन दोपहर 1 बजे पहुंचती है। वापसी में यह ट्रेन मानिकपुर से डेली दोपहर 3:45 बजे रवाना होती है। जो चित्रकूट में शाम 4:20 बजे और कानपुर में रात 10:50 बजे पहुंचती है।

अधिकतम स्पीड 160 किमी प्रति घंटे

पीआरओ अमित मालवीय के मुताबिक एनसीआर रीजन का यह पहला रैक है। जो कपूरथला कोच निर्माण फैक्ट्री में तैयार किया गया है। इसकी अधिकतम स्पीड पुराने मेमू ट्रेनों से अधिक है। नए कोच की अधिकतम स्पीड 160 किमी प्रति घंटे हैं। जिसका ट्रायल लॉकडाउन के दौरान अलग-अलग रूटों पर चला कर किया गया है। फिलहाल वर्तमान में इसको नार्मल ट्रेनों की स्पीड पर ही चलाया जा रहा है। कानपुर-मानिकपुर रूट में कई जगह कॉसन लगा होने की वजह से यह अधिकतम 80 से 100 की स्पीड से चलाई जा रही हैं।

सितंबर में दो रैक अौर आएंगी

रेलवे अधिकारियों के मुताबिक आधुनिक तकनीक से लैस नए लोकल की दो रैक सितंबर तक आनी हैं। इन्हें कानपुर के अलग-अलग रूटों के लिए एलॉट किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कानपुर में टोटल 8 रैक न्यू मॉडल के आने हैं। लॉकडाउन न होता तो मेमू शेड शुरू होने के साथ 8 नए रैक कानपुर में आ चुके होते।

क्या है खासियतें

- सीसीटीवी कैमरे हर कोच में लगे

- टॉयलेट एक कोच में

- टॉयलेट में इंडीकेशन बोर्ड लगा

- बर्थ आरामदायक और चौड़ी

- लेडीज व दिव्यांगजों के लिए स्पेशल कोच

- पांच घंटे में चित्रकूट पहुंचा रही

- हर बर्थ में बोतल व मैगजीन स्टैंड लगा

'' कानपुर-मानिकपुर रूट में एनसीआर रीजन का पहला आधुनिक तकनीक से लैस मेमू रैक को एलॉट किया गया है। जल्द ही और नए रैक आने हैं। जिनको कानपुर के अन्य रूटों के लिए एलॉट किया जाएगा.''

अमित मालवीय, पीआरओ, प्रयागराज डिवीजन