कानपुर (ब्यूरो)। पोस्टमॉर्टम हाउस में बुधवार को डेडबॉडी बदलने का मामला सामने आया। पोस्टमॉर्टम के बाद शव को अंतिम संस्कार को ले जाने के लिए अर्थी सजाई जा रही थी। इस दौरान मृतक की पत्नी ने आखिरी बार पति चेहरा दिखाने की जिद की। पत्नी के कहने पर परिवार के सदस्यों ने जैसे ही चेहरे के ऊपर से कपड़ा और पन्नी हटाई तो उसे कुछ शंका हुई। इस पर उसने कपड़े दिखाने की बात कही, जैसे ही पूजा ने कपड़े देखे तो उसने शव लेने से इनकार कर दिया। कहा, ये मेरे पति की बॉडी नहीं है। इसके बाद हडक़ंप मच गया। परिजनों ने हंगामा किया तो कर्मचारी घबरा गए। परिजनों को साथ ले जाकर फिर से शव की शिनाख्त कराई। दोबारा पोस्टमॉर्टम कर सही बॉडी परिजनों को सौंपी।

संदिग्ध हालत में हुई थी मौत
पनकी निवासी 35 साल के शिवम सिंह प्राइवेट कर्मचारी थे। परिवार में पत्नी पूजा, बेटा कार्तिक और बेटी खुशी है। शिवम शराब का लती था और किडनी पेशेंट था और एक हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। मंगलवार सुबह उसकी मौत हो गई। सूचना मिली तो मृतक के चाचा जमुना सिंह पहुंचे और मौत को संदिग्ध मानते हुए पुलिस को सूचना दे दी। चाचा के कहने पर पुलिस ने शव का पंचायत नामा भर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।

ये मेरे पति की डेडबॉडी नहीं है
पोस्टमॉर्टम के बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया। इसके बाद अंतिम संस्कार की तैयारी होनी लगी। इस दौरान मृतक की पत्नी पूजा ने आखिरी बार पति का चेहरा देखना चाहा। जिद करने पर परिवार के सदस्यों ने जैसे ही चेहरे के ऊपर से कपड़ा और पन्नी हटाई तो पूजा चौक गई। उसने कपड़े दिखाने की बात कही, जैसे ही पूजा ने कपड़े देखे तो कहा, ये किसी और की डेडबॉडी है। पत्नी पूजा ने बताया कि जब पुलिसवालों ने डेड बॉडी सील की थी, उस समय मृतक अंडरवियर और बनियान पहने हुए था, लेकिन जो बॉडी मिली उसमें चेहरा काफी फूला हुआ था। इसके कारण जब कपड़े देखने की बात कही तो वह पूरे कपड़े पहने हुए था। इससे पता चला कि डेड बॉडी मेरे पति की नहीं है।

दोबारा कराई बॉडी की पहचान
पोस्टमार्टम हाउस में मौजूद कर्मचारियों को जब घटना की जानकारी हुई, तो वे फैमिली मेंबर्स से बॉडी वापस ले गए। इसके बाद फिर से घर वालों को बुलाकर सही बॉडी की पहचान कराई और दोबारा से मृतक का पोस्टमार्टम कर नए कागजों पर कार्रवाई करने के बाद शव परिवार वालों के सुपुर्द कर किया गया। इसके बाद परिजन शव को लेकर भैरव घाट के लिए रवाना हुए।