कानपुर (ब्यूरो)। महाराजपुर के भदासा गांव में पति-पत्नी ने तीन महीने के बच्चे को रोता छोड़ एक साथ फांसी लगाकर जान दे दी। गुरुवार सुबह अन्य फैमिली मेंबर्स सोकर उठे तो कमरे में फंदे पर टंगे दोनों शव देख हडक़ंप मच गया। सूचना मिलते ही पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। फैमिली मेंबर्स से मामले की जानकारी लेने के साथ घटनास्थल का निरीक्षण कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे। डीसीपी ईस्ट एसके सिंह भी मौके पर पहुंचे। ने परिवार वालों से घटना से संबंधित बातचीत की।

कई दिनों से चल रहा था विवाद
भदासा गांव निवासी किसान महेश चंद्र यादव के दो बेटे हैं। मुकेश उर्फ रिंकू और अरविंद उर्फ टिंकू। दोनों की शादी हो चुकी हैं। तीन साल पहले 35 साल के अरविंद की 25 साल की अर्चना के साथ शादी हुई थी। उनके एक तीन महीने का बेटा भी है। फैमिली मेंबर्स ने बताया कि अरविंद की पत्नी अर्चना ने अपने जेवर खो दिए थे। जिसके बाद वह मुकेश की पत्नी के जेवरों में बंटवारा कराने की मांग कर रही थी, जिसकी वजह से अक्सर विवाद हुआ करता था।

थाने-चौकी तक पहुंच चुका था विवाद
उन्नाव निवासी अर्चना के पिता रामबाबू ने बताया कि परिवार वालों ने कई बार समझौता भी कराया था लेकिन विवाद कम होने का नाम नहीं ले रहा था। अरविंद रोज शराब पीकर आता था और अर्चना के साथ मारपीट करता था, जिसकी वजह से अर्चना परेशान हो गई थी। पुलिस चौकी और थाने तक घर का विवाद जा चुका था। बुधवार रात अरविंद और अर्चना छत पर सोए थे। दोनों में किसी बात को लेकर विवाद हुआ तो अरविंद ने अर्चना को पीट दिया।

पहले पत्नी ने फिर पति ने
नाराज होकर अर्चना छत से उतरकर नीचे आ गई और कमरे में जाकर साड़ी की मदद से फंदा बनाकर फांसी लगा ली। कुछ देर बाद अरविंद भी नीचे उतर कर आया, उसने पत्नी को छत में फंदे से टंगा देखा तो चादर की मदद से उसने भी फांसी लगा ली। तीन महीने के बच्चे की लगातार रोने की आवाज से जागे परिवार वालों ने नीचे जाकर देखा तो अरविंद और अर्चना के शव पंखे से लटक रहे थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फांसी लगाने की बात सामने आई है।