कानपुर (ब्यूरो)। अगर आप गाड़ी लेकर बाजार या कहीं दूसरी जगह जा रहे हैं तो उसे सुरक्षित स्थान पर पार्क करें। क्योंकि शहर में शातिर गाड़ी चोरों का गैंग एक्टिव है। बाइक कैसी भी होगी, सिक्योरिटी के कितने भी एडवांस फीचर्स हों, तीन मिनट के अंदर लॉक तोडक़र गाड़ी गायब कर देते हैं। हनुमंत विहार थाने की पुलिस ने ट्यूजडे को ऑटोलिफ्टर्स के गैैंग को अरेस्ट कर चोरी की 13 बाइक बरामद की हैैं। डीसीपी साउथ ने बताया कि गैैंगलीडर के खिलाफ 36 केस दर्ज हैैं और वह हिस्ट्रीशीटर है। चोरी के कई मामलों में वह सजायाफ्ता भी है। जांच में सामने आया कि पकड़े गए तीनों शातिर पेशेवर चोर हैं। हनुमंत विहार पुलिस ने तीनों को अरेस्ट करने के बाद जेल भेज दिया।

कभी मौके से पकड़े नहीं गए

डीसीपी साउथ रवींद्र कुमार ने बताया कि पकड़े गए तीनों शातिर वाहन चोरों की पहचान बिधनू के इकडरिया गांव में रहने वाले कुलदीप यादव, मोहन सिंह यादव और रोहित यादव के रूप में हुई है। तीनों ने बताया कि वह मार्केट में वाहन चोरी करने के लिए जाते हैं। कोई भी व्यक्ति अपना टू व्हीलर खड़ा करके बाजार में जाता है तो एक व्यक्ति उसके पीछे-पीछे चला जाता है। दूसरा व्यक्ति बाइक का लॉक तोडक़र गाड़ी चोरी कर लेता है और वहां से भाग जाता है। दोनों आपस में मोबाइल से कनेक्ट रहते हैं। अगर बाइक खड़ी करने वाला फौरन लौटता है तो उसकी लोकेशन दूसरा शातिर बताता रहता है। जिससे बाइक चोरी करने से पहले मालिक मौके पर नहीं पहुंच सके। इस वजह से शातिर कभी भी बाइक चोरी करते समय पकड़े नहीं जाते थे।

रिश्तेदारों के घर खड़ी करते थे

चोरी के वाहनों को बिधनू के साथ ही अलग-अलग और अपने नजदीकियों के यहां खड़ी कर देते थे। इससे चोरी की गाडिय़ां एक साथ इकट्ठा नहीं हो पाती थी। इसके साथ ही शातिरों के पास से ढेर सारी मास्टर चाबी भी बरामद हुई है। जिससे पलक झपकते किसी भी बाइक का लॉक तोड़ देते थे। तीनों के पास से अलग-अलग ठिकानों से चोरी की 13 बाइक बरामद हुई हैं। पुलिस ने शातिर चोरों से पूछताछ के बाद तीनों को कोर्ट में पेश किया और जेल भेज दिया गया।

सीसीटीवी से पुलिस चोरों तक पहुंची
डीसीपी साउथ रवींद्र कुमार ने बताया कि ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत पूरे शहर में सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं। सीसीटीवी के जरिए ही पुलिस को चोरी के बाद तीनों का सुराग मिला था। इसी के जरिए पुलिस ने एक के बाद एक तीनों शातिर चोरों के गैंग को अरेस्ट कर लिया। पकड़े शातिर कुलदीप के ऊपर 18, मोहन पर 9 और रोहित के खिलाफ 9 मुकदमे दर्ज हैं। सभी जमानत पर बाहर चल रहे हैं।